वीडियो : एसपी की समीक्षा का दिखा असर : एक माह में नगर के साठ मामलों का निष्पादन, सौ अपराधी भेजे गए जेल .

जहां पिछले महीने में अपने दो दिनों की समीक्षा के दौरान एसपी ने कुल अस्सी मामलों के निष्पादन का लक्ष्य दिया था उनमें से तकरीबन साठ मामलों का निष्पादन कर दिया गया है. वहीं सौ से अधिक अपराधी जेल भेज दिए गए हैं. सोमवार को पुनः समीक्षा के दौरान एसपी ने पिछले मामलों तथा एक महीने में दर्ज हुए नए मामलों को मिलाकर कुल पैंतालीस मामलों को निष्पादित किए जाने का लक्ष्य प्रदान किया है.





- पिछले माह दिया गया था 80 मामलों का लक्ष्य, इस माह 45 मामलों का टारगेट 
- सीमावर्ती जिलों के साथ-साथ यूपी बिहार के कई नगरों में पुलिस ने की कार्रवाई

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : पिछले दिनों एसपी नीरज कुमार सिंह के द्वारा नगर थाने में लंबित कांडों की समीक्षा के उपरांत एक बार फिर सोमवार को उन्होंने लंबित कांडों की समीक्षा की तथा लंबित मामलों के निष्पादन की प्रगति तथा अन्य बिंदुओं पर दिशा निर्देश दिए. इस संदर्भ में नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि एसपी के निर्देश के आलोक में नगर थाने की पूरी टीम लगातार मामलों के निष्पादन में तत्परता से लगी हुई है. ऐसे में जहां पिछले महीने में अपने दो दिनों की समीक्षा के दौरान एसपी ने कुल अस्सी मामलों के निष्पादन का लक्ष्य दिया था उनमें से तकरीबन साठ मामलों का निष्पादन कर दिया गया है. वहीं सौ से अधिक अपराधी जेल भेज दिए गए हैं. सोमवार को पुनः समीक्षा के दौरान एसपी ने पिछले मामलों तथा एक महीने में दर्ज हुए नए मामलों को मिलाकर कुल पैंतालीस मामलों को निष्पादित किए जाने का लक्ष्य प्रदान किया है, जिसके निष्पादन के लिए तेजी से प्रयास किया जा रहा है.



कैमूर, रोहतास तथा अन्य सीमावर्ती जिलों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के वाराणसी, गाजीपुर तथा बलिया आदि से कई फरार अपराध कर्मियों को एक महीने के अंदर ही जेल भेज दिया गया है. थानाध्यक्ष का कहना है कि लंबित मामलों के निष्पादन के लिए न्यायालय से कुर्की-जब्ती का वारंट प्राप्त कर कई फरार अपराधियों के संपत्ति को कुर्क किया गया है. उन्होंने बताया कि इसी माह में नगर थाना क्षेत्र में अपराध करने के बाद फरार हुए एक व्यक्ति के उत्तर प्रदेश के दिलदारनगर स्थित घर पर कुर्की-जब्ती का वारंट चस्पाया गया है. यदि वह आत्मसमर्पण नहीं करता तो कुर्की की कार्रवाई की जाएगी.

एक माह में 100 से अधिक अपराधी भेजे गए जेल :

थानाध्यक्ष ने बताया कि एक माह के अंदर ही पुलिसिया दबाव का परिणाम है कि सौ से अधिक अपराधियों को या तो गिरफ्तार किया गया है या उन्होंने स्वयं ही आत्मसमर्पण कर दिया है, जिसके बाद उन्हें जेल का रास्ता देखना पड़ा है. जिन मामलों में अपराधी गिरफ्तार हुए हैं उनमें लूट, डकैती, हत्या, बलात्कार, संप्रदायिक बलवा,गृह भेदन समेत अन्य कई आपराधिक मामले शामिल हैं.

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