वीडियो : जेपी सेनानियों के पेंशन के लिए ग्राम स्वराज ने उठाई आवाज ..

कहा कि जयप्रकाश नारायण के अनुयाई आज सत्ता के नशे में चूर हो गए हैं. जेपी के आदर्शों को भूल गए हैं. जे पी के 1974 के आंदोलन के असली नेताओं को आज जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिल रही. 




- बक्सर में कार्यकर्ताओं की बैठक में हुई चर्चा
- कहा, असली सेनानियों को भूल चुकी है सरकार

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : ग्राम स्वराज पवनी के बक्सर पूर्वी रेलवे क्रासिंग के समीप स्थित कार्यालय पर एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को सम्मान स्वरूप पेंशन की राशि नहीं दिए जाने पर रोष जताया गया. साथ ही सरकार से यह मांग की गई कि वह सर्वे करते हुए सूची बनाएं और वास्तव में जेपी आंदोलन में अपना योगदान देने वाले सेनानियों को सम्मानित करें.



बैठक के दौरान आरटीआई कार्यकर्ता तथा ग्राम स्वराज पवनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मृत्युंजय दुबे ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के अनुयाई आज सत्ता के नशे में चूर हो गए हैं. जेपी के आदर्शों को भूल गए हैं. जे पी के 1974 के आंदोलन के असली नेताओं को आज जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिल रही. ग्राम स्वराज के राष्ट्रीय संरक्षक चंद्र भूषण दूबे समेत ऐसे तमाम लोग हैं जिन्हें पेंशन नहीं मिली. उन्होंने कहा कि जो लोग जेपी के सबसे करीब रहे, जिनके नेतृत्व में बक्सर में रेल पटरी उखाड़ कर जाम किया गया. वैसे नेता चंद्र भूषण दूबे को आज सरकार भूल चुकी है और उनका अपमान कर रही है. 

प्रवक्ता अश्विनी कुमार वर्मा ने कहा कि ग्राम स्वराज का गठन महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने गांव में पंचायती राज व्यवस्था को लागू करने का सपना देखा था इस सपने को ग्राम स्वराज पवनी पूरा करेगा. बैठक में शैलेंद्र यादव, संध्या देवी, मनोज गोड़, बबलू पांडेय, सुभाष यादव, अवधेश कुशवाहा, ज्योति कुशवाहा, बबलू दूबे, दुर्गावती देवी, टुनटुन दूबे समेत कई लोग मौजूद थे.

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