स्वच्छता सर्वेक्षण के रंगीन बैनरों के बीच बीमारी का घर बनी बजबजाती नालियां ..

कहना है कि कुछ दिन पूर्व तक जहां वार्ड पार्षद संसाधनों का हवाला देकर साफ सफाई से कतराते थे वहीं, अब उनके पास बोर्ड भंग हो जाने का बहाना है. रही बात अधिकारियों की तो वह तो कभी मोहल्लों में झांकने तक नहीं आते. नागरिक सवाल उठा रहे हैं कि नियमित रूप से टैक्स का भुगतान करने के बावजूद आखिर नगर परिषद उनको मूलभूत सुविधाएं दिलाने में विफल क्यों साबित हो रहा है?









- नगर के कई मोहल्लों में एक जैसे हालात, नागरिक परेशान
- वार्ड संख्या 33 के निवासियों के घरों में प्रवेश कर रहा नालियों का गंदा पानी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नप प्रशासन एक तरफ जहां नगर परिषद स्वच्छता सर्वेक्षण चलाने की बात कह रहा है तथा इसके लिए नगर को रंग बिरंगे बैनर-पोस्टर तथा पेंटिंग्स बना कर लोगों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास दिला रहा है वहीं, दूसरी तरफ नगर के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां गंदी नालियां सफाई के अभाव में बजबजा रही हैं. कई मोहल्लों में इस तरह की बेमिसाल इंजीनियरिंग का नमूना देखने को मिला है कि जहां 5 साल में दो बार सड़कों की ढलाई तो कराई गई लेकिन, ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर तो दूर कामचलाऊ भी बनाने की व्यवस्था नहीं की गई. नगर में आधा करोड़ रुपया हर माह खर्च कर कचरे का नियमित उठाव होने के बावजूद कई स्थानों पर कचरा पसरा देखा जा सकता है. नवनिर्मित कचरा पुनर्चक्रण  कई वर्षों के प्रयास के बावजूद अब तक कार्यरत नहीं हो सका है.






इन सभी परिस्थितियों के बीच नगर परिषद के अधिकारी जहां खुद से अपनी पीठ थपथपा रहे हैं वहीं, नागरिक भी अब आक्रोशित होने लगे हैं. उनका कहना है कि कुछ दिन पूर्व तक जहां वार्ड पार्षद संसाधनों का हवाला देकर साफ सफाई से कतराते थे वहीं, अब उनके पास बोर्ड भंग हो जाने का बहाना है. रही बात अधिकारियों की तो वह तो कभी मोहल्लों में झांकने तक नहीं आते. नागरिक सवाल उठा रहे हैं कि नियमित रूप से टैक्स का भुगतान करने के बावजूद आखिर नगर परिषद उनको मूलभूत सुविधाएं दिलाने में विफल क्यों साबित हो रहा है?

नगर के सोहनी पट्टी वार्ड संख्या 33 के महिपाल पोखर के समीप के इलाके में सफाई नहीं होने से नालियां महीनों से जाम हैं जिसके कारण अब नालियों का पानी लोगों के घरों में भी प्रवेश करने लगा है. स्थानीय निवासी तथा सैनिक संघ के जिलाध्यक्ष विद्यासागर चौबे ने बताया कि नाली के पानी का निकास नहीं होने के कारण पानी घरों में प्रवेश कर चुका है. काफी दिनों से गंदे जल के जमाव की वजह से उसमें मच्छर तथा अन्य गंदे कीटाणु पनप रहे हैं. खास बात यह है कि कोरोना काल मे जहां स्वच्छता अभियान चलाया गया उस वक्त भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई थी.

मामले में नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम ने कहा कि वह मामले को शीघ्र ही दिखवा लेंगी. ऐसे में उम्मीद है कि यह जनसमस्या शीघ्र ही दूर हो जाए.














 














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