एलआइसी एजेंट ने चेयरमैन समेत सात के विरुद्ध दर्ज कराई प्राथमिकी ..

बताया कि 20 फरवरी 2020 को दिन में तकरीबन 12:30 बजे वह किसी पॉलिसीधारक का ऋण हेतु आवेदन पत्र तथा पॉलिसी बांड लेकर शाखा में गए थे जहां पॉलिसी बांड को फर्जी बताते हुए शाखा में कार्यरत सहायक प्रशासनिक पदाधिकारी जगन प्रसाद ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. संबंधित कागजात फाड़ते हुए उन्हें धक्के देकर शाखा से बाहर निकलवा दिया.




- दुर्व्यवहार तथा वित्तीय क्षति पहुंचाने का लगाया आरोप
- मामले में शाखा के अधिकारी समेत मंडल व केंद्रीय अधिकारियों को बनाया गया अभियुक्त


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : भारतीय जीवन बीमा निगम के एक अभिकर्ता ने एलआइसी के चेयरमैन, जोनल मैनेजर, रीजनल मैनेजर, डिविजनल मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर के साथ-साथ बक्सर के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर एवं  सहायक प्रशासनिक पदाधिकारी के विरुद्ध नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. उनका कहना है कि इन लोगों ने उन पर गलत आरोप लगाकर ना सिर्फ उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया बल्कि उनकी प्रतिष्ठा का हनन करने के साथ-साथ उनको वित्तीय क्षति भी पहुंचाई है. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, आरोपी बनाए गए पदाधिकारी का कहना है कि अभिकर्ता का आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है. अभिकर्ता को गलत करने से रोकने पर उन्होंने इस तरह का कदम उठाया है.





अपने आवेदन में औद्योगिक थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर गांव निवासी कुंज बिहारी राय ने बताया कि 20 फरवरी 2020 को दिन में तकरीबन 12:30 बजे वह किसी पॉलिसीधारक का ऋण हेतु आवेदन पत्र तथा पॉलिसी बांड लेकर शाखा में गए थे जहां पॉलिसी बांड को फर्जी बताते हुए शाखा में कार्यरत सहायक प्रशासनिक पदाधिकारी जगन प्रसाद ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. संबंधित कागजात फाड़ते हुए उन्हें धक्के देकर शाखा से बाहर निकलवा दिया. बाद में जब अभिकर्ता के द्वारा इस बात की शिकायत शाखा प्रबंधक से की गई तो उनके तरफ से भी कोई सुनवाई नहीं हुई उल्टे उनकी अभिकर्ता कोड को निरस्त करते हुए उनके कमीशन पर भी रोक लगा दी गई. इस बात को लेकर उन्होंने 4 नवंबर 2020 को सहायक प्रशासनिक पदाधिकारी जगन कुमार, शाखा प्रबंधक वरुण झा, विपणन प्रबंधक आरके सिंह, वरीय मंडल प्रबंधक सू सामंतों राव, पटना जोन के क्षेत्रीय प्रबंधक महेंद्र प्रसाद तथा भारतीय जीवन बीमा निगम के अध्यक्ष एमआर कुमार को वकालत नोटिस भेजकर उनसे उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन, कोई जवाब नहीं आया. जिसके बाद अब उन्होंने सभी को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है.

इस बाबत भारतीय जीवन बीमा निगम के सहायक प्रशासनिक पदाधिकारी जगन प्रसाद ने बताया कि अभिकर्ता उनके पास गलत पॉलिसी बांड लेकर आए हुए थे, जिस पर उन्हें यह चेतावनी दी गई थी कि वह इस तरह का फर्जीवाड़ा ना करें लेकिन, उन्होंने इस बात को लेकर अपनी गलती नहीं स्वीकारी जिसके कारण निगम के वरीय अधिकारियों को सूचना प्रेषित की गई. जांचोपरांत वरीय पदाधिकारियों के द्वारा ही कार्रवाई की गई. अब वह इस कार्रवाई से नाराज होकर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं.

मामले में नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू करा दी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.




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