वीडियो : जमीन कब्जा मामले में सामने आया नया मोड़, जिस पर लगा आरोप, उसी ने खुद को बताया पीड़ित, कहा - "सीएम से मिलेंगे .."

कहना है कि उन पर आरोप लगाने वाले ही उनकी जमीन गलत ढंग से हथियाना चाहते हैं. करोड़ों रुपये कीमत की जमीन देखकर उनकी नीयत खराब हो गई है. दुख की बात यह है कि न्यायालय के आदेश तथा अनुमंडल पदाधिकारी व अंचलाधिकारी के निर्देश के बावजूद भी उन्हें उनकी जमीन पर कार्य करने से रोका जा रहा है. 








- कहा, करोड़ों रुपये की जमीन देखकर लोगों की नीयत हो रही खराब
- पुलिस और प्रशासन के असहयोग पर भी जताया रोष

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नगर के मेन रोड कथित तौर पर भू माफियाओं के द्वारा दूसरे की जमीन पर कब्जा जमाने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. जिस पर भूमाफिया होने का आरोप लगाया जा रहा है उसने मीडिया के समक्ष आकर अपनी व्यथा बयां की है. उनका कहना है कि उन पर आरोप लगाने वाले ही उनकी जमीन गलत ढंग से हथियाना चाहते हैं. करोड़ों रुपये कीमत की जमीन देखकर उनकी नीयत खराब हो गई है. दुख की बात यह है कि न्यायालय के आदेश तथा अनुमंडल पदाधिकारी व अंचलाधिकारी के निर्देश के बावजूद भी उन्हें उनकी जमीन पर कार्य करने से रोका जा रहा है. ऐसे में अगर यहां से उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह मामले को लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाएंगे.





मामले की जानकारी देते हुए नगर के मुसाफिर गंज निवासी हृदय नारायण सिंह ने बताया कि यह जमीन उन्होंने अपने मित्रों सुभाष सिंह, बरमेश्वर सिंह, सौदागर पांडेय, रितेश श्रीवास्तव तथा सुभाष साह के साथ मिलकर जमीन के वास्तविक मालिक आहिरौली निवासी श्री नाथ शर्मा से खरीदी थी. जमीन लेने के पूर्व उन्होंने कागजातों की जांच कराने के साथ-साथ तमाम प्रक्रिया भी पूरी की थी. इधर कुछ दिनों से स्थानीय निवासी सुरेंद्र वर्मा, संतोष दूबे तथा विशाल उपाध्याय नामक कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा दहिबर निवासी डब्लू सिंह नामक एक व्यक्ति के साथ मिलकर जमीन पर कब्जा करने की कोशिश शुरू की गई तथा जिस महिला का जमीन पर कोई अधिकार नहीं है, उससे एक फर्जी एग्रीमेंट बनाकर जमीन पर दावेदारी शुरू कर दी गई.


इस बात की जानकारी होते ही तुरंत मामले को लेकर नगर थाने पहुंचे, जिसके बाद फिर मामला जनता दरबार में सुनवाई के लिए लाया गया. वहाँ दोनों पक्षों को अपने कागजात लेकर आने का निर्देश दिया गया जहां पर उनके कागजात को सही पाते हुए अंचलाधिकारी के द्वारा दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कराने का निर्देश देते हुए यह कहा गया कि जमीन पर वास्तविक मालिकाना हक बरमेश्वर सिंह तथा उनके दोस्तों का ही है. ऐसे में उन्हें कब्जा दिलाया जाए लेकिन, आश्चर्यजनक रूप से पुलिस उन्हें कब्जा नहीं दिला पा रही है. साथ ही उन्हें विधि-व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न करने वाला भी बताया जा रहा है, जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. हृदय नारायण सिंह के मुताबिक दूसरे पक्ष के लोग उन्हें जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैं.
 
उन्होंने एक बार फिर नगर थानाध्यक्ष तथा जिले के अन्य पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि वह मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए उनके साथ हो रहे अन्याय से उन्हें निजात दिलाएं अन्यथा उनके पास मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी व्यथा सुनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा.

वीडियो : 
















 














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1 Comments

  1. कौन नहीं जानता ए लोग बक्सर के भूमाफिया है ।झगडा लगाना ,झगडालु जमीन खरीदना ही इनका काम है ।

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