श्रीराम जन्मोत्सव पर झूम उठे श्रद्धालु ..

भगवान राम को विष्णु का सातवां अवतार कहा जाता है. यही नहीं भगवान श्रीराम को मर्यादा का प्रतीक भी माना जाता है. उन्हें पुरुषोत्तम यानि श्रेष्ठ पुरुष की संज्ञा दी जाती है. ऐसी मान्यता है कि रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन घरों में विशेष आयोजन किए जाते हैं.








- दंगौली राम जानकी मंदिर इस वर्ष मनाया जाएगा 69 वां वार्षिकोत्सव
- 13 अप्रैल से तीन दिवसीय कार्यक्रम का होगा आयोजन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  जिले के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को रामनवमी का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. राम जन्मोत्सव के मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल त्रिवेदी के नेतृत्व में उनके पुराना चौक स्थित आवास पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें भगवान का पूजन-अर्चन कर चैता गायन भी किया गया. दिन के 12:00 बजे से आयोजित यह कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा.

मौके पर मौजूद लोगों में वरिष्ठ अधिवक्ता बबन ओझा, बजरंगी मिश्रा, रामाकांत तिवारी, नप उपाध्यक्ष बबन सिंह, डॉअरुण मोहन भारवि, प्रभाकर मिश्रा, कवींद्र पाठक, रामप्रवेश दूबे, पुन्ना पंडित, बब्लू ओझा, हरिशंकर त्रिवेदी, मंटु त्रिवेदी, चमन मिश्रा, पंकज मिश्रा, पप्पू दूबे, श्रीधर तिवारी, पप्पू पांडेय, दीपक वर्मा, रेणु रणविजय ओझा, राजेश महाराज, जितेन्द्र मिश्रा, धर्मेन्द्र सिंह, अभिषेक वर्मा पप्पू चौधरी, गुप्तेश्वर प्रसाद अमन वर्मा इत्यादि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे.


केसठ़ प्रखंड के दंगौली स्थित राम जानकी मंदिर मे 12 बजते ही घंटे बजने लगे. इस दौरान "भए प्रकट कृपाला दीन दयाला...." छंद के स्वर गूंजने लगे. मंदिर के व्यवस्थापक राम किकंर सिंह उर्फ भिखारी सिंह के नेतृत्व में पूजा अर्चना की गई. इस दौरान आरती के साथ साथ भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया तथा भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया.

मौके पर मौजूद राघवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ सोनू सिंह, धरनीधर सिंह, मुरलीधर सिंह, मयंक, विवेक, सक्षम समेत कई लोग उपस्थित रहे. मान्यता के अनुसार भगवान राम को विष्णु का सातवां अवतार कहा जाता है. यही नहीं भगवान श्रीराम को मर्यादा का प्रतीक भी माना जाता है. उन्हें पुरुषोत्तम यानि श्रेष्ठ पुरुष की संज्ञा दी जाती है. ऐसी मान्यता है कि रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन घरों में विशेष आयोजन किए जाते हैं. यह भी माना जाता है इस दिन उपवास रखने से जीवन में सभी प्रकार की सुख और समृद्धि आती है. 

13 अप्रैल से होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन : 

व्यवस्थापक राम किकंर सिंह उर्फ भिखारी सिंह ने बताया कि राम जानकी मंदिर की स्थापना विक्रम सम्वत 2012 श्रीराम नवमी भौमवार को भगवान रामचंद्र जी के जन्मोत्सव तिथि पर हुई थी. लोगों के कल्याण के लिए यहां हर साल वार्षिकोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से किया जाता है. इस साल भी तीन दिवसीय कार्यक्रम 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक होने जा रहा हैं.




















 














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