बड़ी खबर : पाकिस्तान ने बक्सर के छवि को किया रिहा, लाने के लिए टीम हुई रवाना ..

अपनी मां, पत्नी व स्वजनों को छोड़कर पंजाब चला गया था. पंजाब से भटकते भटकते वो पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गया, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना के द्वारा उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया. जब परिजनों को छवि के बारे में कोई विशेष जानकारी काफी दिनों तक नहीं हुई तो उन्होंने उसे मरा हुआ समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. पत्नी ने भी दूसरी शादी कर ली.








- 12 वर्षों से पाकिस्तान की जेल में बंद है छवि मुसहर
- बक्सर से पंजाब तथा फिर भटकते हुए पाकिस्तान की सीमा में हो गया था दाखिल

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : तकरीबन 12 वर्ष पूर्व बक्सर के चौसा प्रखंड के खिलाफत पुर से निकलकर पंजाब और फिर पंजाब से भटकते हुए पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गए छवि मुसहर की जल्द ही वतन वापसी होगी. पिछले दिनों उसके पाकिस्तान की जेल में बंद होने की बात सामने आई थी जिसके बाद बक्सर जिला प्रशासन से इस बारे में जानकारी लेते हुए भारत सरकार के द्वारा उसे प्रत्यर्पित करने की बात पाकिस्तान सरकार को कही गई थी. बीते 5 अप्रैल को पाकिस्तान सरकार के द्वारा उसे अटारी बॉर्डर के रास्ते बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के सुपुर्द किया गया. जिसके बाद बीएसएफ ने उसे गुरदासपुर जिला प्रशासन के हवाले किया. 



गुरदासपुर जिला प्रशासन के द्वारा बक्सर जिला पदाधिकारी को इस बात की सूचना दी गई और फिर डीएम के निर्देश पर आरक्षी अधीक्षक नीरज कुमार सिंह के द्वारा बक्सर से पुलिस टीम छवि मुसहर को लाने के लिए भेज दी गई है. उम्मीद है कि एक-दो दिन के अंदर छवि मुसहर से ख़िलाफ़तपुर में अपने परिजनों के साथ होगा.
छवि मुसहर की मां

बता दें कि 12 वर्ष पूर्व चौसा प्रखंड के खिलाफतपुत का रहने वाला छवि मुसहर अपनी मां, पत्नी वह स्वजनों को छोड़कर पंजाब चला गया था. पंजाब से भटकते -भटकते वो पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गया, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना के द्वारा उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया. जब परिजनों को छवि के बारे में कोई विशेष जानकारी काफी दिनों तक नहीं हुई तो उन्होंने उसे मरा हुआ समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. पत्नी ने भी दूसरी शादी कर ली.

पाकिस्तान से आई सूचना तो विदेश मंत्रालय ने मांगी थी रिपोर्ट :

पिछले दिनों पाकिस्तान सरकार के द्वारा यह जानकारी दी गई कि छवि मुसहर नामक युवक पाकिस्तान की जेल में बंद है. सूचना मिलने के बाद विदेश मंत्रालय के द्वारा उसकी पहचान के लिए स्थानीय प्रशासन तथा मुसल थाने की पुलिस के द्वारा खिलाफतपुर स्थित उसके घर पर पहुंचकर उसके बारे में जानकारी ली गई. छवि के जिंदा होने की खबर सुन उसकी मां की आंखें छलछला गई. उन्होंने कहा कि वह ये मान चुके थे कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन, अब यह उम्मीद है कि वह जल्दी उनसे मिल जाएगा छवि के स्वजनों की उम्मीद जल्द ही पूरी होने वाली है.

इंस्पेक्टर निर्मल के साथ तीन सदस्यीय टीम हुई है रवाना :

आरक्षी अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने बताया कि गुरदासपुर प्रशासन के द्वारा जिला पदाधिकारी को यह सूचना दी गई थी कि पाकिस्तान सरकार के द्वारा छवि को अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत में भेज दिया गया है. ऐसे में उसे गुरदासपुर से लाने के लिए दो दिन पूर्व ही बक्सर से उनके ओएसडी इंस्पेक्टर निर्मल कुमार तथा दो अन्य पुलिसकर्मियों को गुरदासपुर भेजा गया है. जल्द ही छवि अपने स्वजनों के बीच होगा.

















 














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