प्रकृति पूजक है हिंदू धर्म, नहीं करता छुआछूत व भेदभाव : राणा प्रताप

कहा कि हमारा धर्म प्रकृति पूजक है और प्रकृति कभी भेद-भाव विषमता का व्यवहार नहीं करती. हमारा शरीर जिन पंच तत्वों से बना है वह भी भेद भाव नही करता तो उससे बना शरीर छुआ-छूत, अस्पृश्यता क्यों करेगी? इसलिए यह भेदभाव हमारी संस्कृति नहीं है वरन विकृति है. हिन्दू सनातन परंपरा अपने स्वभाव से समता और सामरस्य मूलक है. 


 









-वर्ष प्रतिपदा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक के संस्थापक डॉ साहब के जन्मदिवस के अवसर पर संघ ने मनाया उत्सव
-पथ संचलन में सैकड़ो स्वयंसेवकों ने लिया भाग, बताई सनातन की परंपरा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा और हिन्दू नव वर्ष के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बक्सर के द्वारा बड़े ही उत्साह से उत्सव मनाया गया. गौरीशंकर मंदिर से पथ संचलन निकला जो नगर के मुख्य रास्ते से होते हुए पानी टंकी शाखा पर सम्पन हुआ. पानी टंकी शाखा पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में संघ के स्वयंसेवकों ने संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार को आद्य सर संघचालक प्रणाम किया. 

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दक्षिण बिहार प्रान्त के प्रांत प्रचारक राणा प्रताप ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ की सारी पद्धतियां, रीति-नीति और संस्कृति अलग से विकसित नहीं कि गई वरन यह हिन्दू धर्म और उसकी उदात्त संस्कृति से ही ली गई है. हिन्दू नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अनादि काल से हम मनाते आ रहे हैं. यह दिवस बड़े ही महत्त्व का है. इसी दिन पृथ्वी का जन्म हुआ था. ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना इसी दिन को किया गया था. अनेक बहुत सारे महत्व के दिवस इसी दिन से प्रारंभ हुए थे साथ ही संयोग वश इसी दिन को संघ के संस्थापक डॉ साहब का जन्म दिवस है. हिन्दू धर्म की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए श्री सिंह ने कहा कि हमारा धर्म प्रकृति पूजक है और प्रकृति कभी भेद-भाव विषमता का व्यवहार नहीं करती. हमारा शरीर जिन पंच तत्वों से बना है वह भी भेद भाव नही करता तो उससे बना शरीर छुआ-छूत, अस्पृश्यता क्यों करेगी? इसलिए यह भेदभाव हमारी संस्कृति नहीं है वरन विकृति है. हिन्दू सनातन परंपरा अपने स्वभाव से समता और सामरस्य मूलक है. 





संघ के तृतीय सरसंघचालक बाला साहब देवरस ने कहा कि छूआछूत ,भेदभाव यदि पाप नहीं है तो कुछ पाप नहीं है. हिन्दू समाज को सबल,सजग बनाना है और इस राष्ट्र को पुनः परम वैभव तक ले जाना है तो इन विकृतियों का नैदानिक उपचार करना होगा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस निरिक्षिक जगजीवन त्यागी ने कहा कि हमारा नव वर्ष प्रकृति, वायुमंडल और अपने संस्कृति के अनुरूप है. कार्यक्रम में जिला संघचालक रामवक़िल राय ,सह संघचालक राधाकृष्ण सिंह,दक्षिण बिहार प्रान्त के सह प्रान्त कार्यवाह राजेन्द्र जी,जिला कार्यवाह विमल कुमार सिंह,सह जिला कार्यवाह चंदन प्रकाश,जिला प्रचारक अंशुमान, राजेश राघव, अविनाश, राहुल, गौरव, सोनू वर्मा, दीपनारायण, भारत सरकार के राज्य मंत्री अश्विनी चौबे समेत अनेक लोग थे. धन्यवाद ज्ञापन विमल कुमार सिंह ने किया


घोष के ताल पर स्वयंसेवकों ने किया संचलन : 

गौरीशंकर मंदिर से सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लेते हुए नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए पानी टंकी में सम्पन्न हुआ. घोष के ताल पर कदम से कदम मिलाते हुए बड़े ही अनुशासन में मनोरम दृश्य उत्पन्न कर रहे थे. जगह जगह पर नगरवासी और माताओं -बहनों ने पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया.














 














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