इतिहासकारों ने नहीं दिया बाबू कुंवर सिंह को सम्मान : अमित शाह

उन्होंने कहा कि लाखों लोग नंगे सर हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय और वीर कुंवर सिंह के अमर रहे के नारे लगा रहे हैं. मैं 13 साल की उम्र से ही सामाजिक जीवन में हूॅ लेकिन ऐसा कार्यक्रम आज तक अपने जीवन में नहीं देखा. इसके लिए मैं कुंवर सिंह के जन्म भूमि के लोगों को हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूं.








- एक समाज सुधारक भी थे बाबू कुंवर सिंह
- जगदीशपुर में भव्य स्मारक बनवाने की घोषणा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर/भोजपुर : भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में जगदीशपुर के जमींदार बाबू कुंवर सिंह समेत अन्य लोगों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया लेकिन, इतिहासकारों ने उन लोगों को उचित सम्मान नहीं दिया. आज भोजपुर के लोगों ने बाबू कुंवर सिंह के विजयोत्सव के मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर एक अलग ही इतिहास बना दिया. उक्त बातें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जगदीशपुर के दुलौर में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह में कहीं. उन्होंने कहा कि लाखों लोग नंगे सर हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय और वीर कुंवर सिंह के अमर रहे के नारे लगा रहे हैं. मैं 13 साल की उम्र से ही सामाजिक जीवन में हूॅ लेकिन ऐसा कार्यक्रम आज तक अपने जीवन में नहीं देखा. इसके लिए मैं कुंवर सिंह के जन्म भूमि के लोगों को हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूं.




श्री शाह ने कहा कि 1857 के विद्रोह को इतिहासकारों ने विफल विद्रोह करार दिया था जबकि, उस समय बाबू कुंवर सिंह, नाना साहेब, तात्या टोपे, लक्ष्मीबाई आदि ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी. बाबू कुंवर सिंह ने आरा तथा आसपास के दूसरे प्रदेशो में भी अंग्रेजों को बेदम कर दिया था. उन्होंने उसी समय अंग्रेजों को कह दिया था कि आप ज्यादा दिन तक भारत पर राज नहीं कर सकते हैं. उन्होंने जगदीशपुर में बाबू कुंवर सिंह का भव्य स्मारक बनवाने की घोषणा की. 


केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि जगदीशपुर के जमींदार बाबू कुंवर सिंह एक वीर योद्धा ही नहीं, बल्कि एक समाज सुधारक भी थे. उन्होंने अपने समय में पिछड़ों और दलितों को सम्मान दिया. इसके कई उदाहरण आज भी देखे जा सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उन्हीं के पद चिन्हों पर चलकर आज गरीब, दलित एवं पिछड़ों का कल्याण कर रहे हैं. कोरोना काल में पैसे देकर टीका लेना गरीबों के वश की बात नहीं थी. प्रधानमंत्री ने भारत के सभी नागरिकों को कोरोना वायरस का टीका मुफ्त में लगवा कर सुरक्षा कवच पहना दिया. साठ करोड़ गरीबों को दो साल तक पांच-पांच किलो प्रति व्यक्ति के हिसाब से मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है. 78 लाख किसान परिवारों को प्रति वर्ष छह हजार रुपये तथा गरीब परिवारों को पांच लाख का इलाज कराने के लिए आयुष्मान कार्ड बनाया गया. उज्जवला योजना के तहत मुफ्त में गैस कनेक्शन वितरण किया गया. श्री शाह ने प्रदेश के कई महापुरुषों का नाम लिया.

उन्होंने कहा कि महर्षि विश्वामित्र एवं भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की भूमि रही. यहां कवि शिवपूजन सहाय, कवि शैलेंद्र, पूर्व सीएम बिंदेश्वरी दूबे, तपेश्वर सिंह, गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह, डा राजेंद्र प्रसाद, पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर, भिखारी ठाकुर जैसे कई महापुरुष पैदा हुए. केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने अपने कार्यक्रम के दौरान लोगों से भारत माता की जय के नारे लगवाए. उन्होंने कहा कि आपकी आवाज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जानी चाहिए. इस दौरान लोगों ने भी दोनों हाथों से झंडा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाए.

पांच मिनट तक हाथों में लहराया तिरंगा :

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव के दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए 78 हजार से अधिक लोग हाथों में तिरंगा लेकर लहराते रहे. इस दौरान करीब 5 मिनट तक एक साथ 78 हजार से अधिक लोगों ने हाथों में तिरंगा लहरा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया. जिसे ग्रिनीज बुक में दर्ज किया गया. इसकी अगुवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर रहे थे. इस दौरान वंदे मातरम् की धुन बजती रही. कार्यक्रम को लेकर मंच पर ही डिजिटल घड़ी लगाई गई थी.

केन्द्रीय मंत्री, सांसद एवं विधायक भी हुए शामिल : 

विजयोत्सव कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावे केंद्रीय उर्जा मंत्री सह आरा सांसद राजकुमार सिंह, नित्यानंद राय, बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे, उपमुख्यमंत्री द्वय  तारकिशोर प्रसाद, रेणू देवी, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, राधा मोहन सिंह, हरीश द्विवेदी, पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, सांसद रविशंकर प्रसाद, जनार्दन सिंह सिग्रिवाल एवं राम कृपाल यादव, कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह, मंगल पाण्डेय सहित  सांसद एवं कई इलाके के विधायक मौजूद रहें.

कुंवर सिंह के परिवार के श्रेष्ठ जनों का सम्मान :

बाबू कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम के दौरान शनिवार को बाबू वीर कुंवर सिंह के परिवार से जुड़े श्रेष्ठ जनों का सम्मान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया.

राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े हुए सभी लोग :

आजादी के 75वां अमृत महोत्सव के तहत विजयोत्सव की शुरुआत हुई. सबसे पहले राष्ट्रीय गान हुआ. इस दौरान सभी लोग खड़े होकर पूरी शालीनता से राष्ट्रगान को गाएं. इस दौरान राष्ट्र भक्तों का हुजूम हाथों में तिरंगा लेकर खड़ा था.

















 














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