उद्यालक ऋषि आश्रम में सिद्धेश्वर नाथ महादेव के साथ विराजेंगी माता जगत जननी एवं संकट मोचन ..

बताया कि त्रेता युग में भगवान श्री राम अपनी पंचकोशी यात्रा के दौरान महर्षि उद्दालक के आश्रम पहुंचे थे. इसी स्थान पर भगवान भोले नाथ बाबा सिद्धेश्वर नाथ के रूप में विराजमान हैं. यह शिवलिंग हर साल अपना आकार बदलता है. जिसको लेकर इसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है. इसी स्थान पर अब जगत जननी माता दुर्गा एवं संकट मोचन भगवान हनुमान की प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा. 








- 17 अप्रैल से जलभरी के साथ शुरू होगा तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ
- महर्षि उद्यालक ऋषि के आश्रम में त्रेता युग में आए थे भगवान श्री राम

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : पंचकोसी परिक्रमा के चौथे पड़ाव उद्दालक ऋषि के आश्रम छोटका नुआंव आश्रम में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर में जल्द ही जगत जननी माता दुर्गा एवं संकट मोचन भगवान हनुमान जी की प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा. 17 अप्रैल को जलभरी के साथ प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ का शुभारंभ होगा जो कि 19 अप्रैल को भव्य भंडारे के साथ समाप्त होगा. जानकारी देते हुए समाजसेवी सह पूर्व मुखिया जयप्रकाश कुमार ने बताया कि त्रेता युग में भगवान श्री राम अपनी पंचकोशी यात्रा के दौरान महर्षि उद्दालक के आश्रम पहुंचे थे. इसी स्थान पर भगवान भोले नाथ बाबा सिद्धेश्वर नाथ के रूप में विराजमान हैं. यह शिवलिंग हर साल अपना आकार बदलता है. जिसको लेकर इसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है. इसी स्थान पर अब जगत जननी माता दुर्गा एवं संकट मोचन भगवान हनुमान की प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा. 


उन्होंने बताया कि छोटका नुआंव के समस्त ग्रामीणों के साथ साथ जिले के विभिन्न स्थानों के श्रद्धालुओं ने प्रतिमा स्थापना के इस कार्य में अपना सहयोग किया है. तीन दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत 17 अप्रैल से जनवरी से शुरू होगी और 19 अप्रैल को भव्य भंडारे के साथ समाप्त होगी. महायज्ञ में स्वामी रंगनाथाचार्य जी महाराज के द्वारा विधि-विधान तथा वैदिक मंत्रोचार से प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. उन्होंने समस्त जिलेवासियों को इस महाअनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है.




















 














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