बक्सर केंद्रीय कारा में छापेमारी, तीन घंटे तक चला अभियान ..

जेल प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि पूछताछ में संदीप ने स्वीकार किया है कि यह कॉल उसने बक्सर जेल से नहीं की थी. जेल में बंद अपराधकर्मी की स्वीकोरोक्ति के बावजूद कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जेल प्रशासन के साथ-साथ बक्सर पुलिस भी काफी चौकन्नी है.









- राज्य मुख्यालय के निर्देश के आलोक में की गई थी छापेमारी
- तीन घंटे तक खंगाला गया केंद्रीय कारा का कोना-कोना


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : कारा महानिरीक्षक के निर्देश पर केंद्रीय कारा में सुबह तकरीबन 5:30 बजे प्रशासन के द्वारा औचक छापेमारी की गई इस दौरान सुबह 8:35 तक जेल के कोने कोने की तलाशी ली गई लेकिन कहीं से भी कोई बरामदगी नहीं हो सकी. बाद में प्रशासन की टीम जेल से खाली हाथ लौट आई लेकिन तकरीबन तीन घंटे तक कि इस छापेमारी के दौरान कैदियों के बीच हड़कंप का माहौल कायम रहा.



दरअसल, जेल में बंद गैंगस्टर संदीप यादव और खेसारी लाल यादव की वर्चुअल कॉल का वीडियो वायरल होने के बाद एक जेल प्रशासन की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल उठने लगे थे लेकिन, जेल प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि पूछताछ में संदीप ने स्वीकार किया है कि यह कॉल उसने बक्सर जेल से नहीं की थी. जेल में बंद अपराधकर्मी की स्वीकोरोक्ति के बावजूद कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जेल प्रशासन के साथ-साथ बक्सर पुलिस भी काफी चौकन्नी है. 

इसी बीच बुधवार को कारा महानिरीक्षक के निर्देश पर राज्य भर के जिलों के साथ-साथ बक्सर केंद्रीय कारा में भी छापेमारी की गई, छापेमारी अभियान में डीएम अमन समीर, एसपी नीरज कुमार सिंह,  एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा एएसपी राज के साथ नगर, मुफस्सिल, औद्योगिक एवं इटाढ़ी थाने के थानाध्यक्ष तथा भारी संख्या में पुलिस बल भी शामिल थे. इस दौरान जेल का चप्पा-चप्पा खंगाला गया लेकिन, जेल से कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ. 

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि केंद्रीय कारा में की गई छापेमारी में अधिकारियों पुलिस बल के साथ साथ जेल प्रशासन की तरफ से उनके अतिरिक्त जेल उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह समेत तमाम कारा कर्मी मौजूद रहे लेकिन, इस दौरान कहीं से भी कोई आपत्तिजनक सामान बरामद होने की जानकारी नहीं मिली.















 














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