तीन महीने से जेल में बंद कार्यपालक सहायक के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा, चौसा सीओ की कार्यशैली पर उठे सवाल ..

उन्होंने बताया है कि एसडीएम के द्वारा स्वयं इस मामले की जांच की गई तो यह पाया गया कि राजकुमार सिंह के विरुद्ध धनसोई थाने में धोखाधड़ी करते हुए जमीन का मालिकाना हक बदलने का एक मामला दर्ज कराया गया है. 






- आरटीपीएस काउंटर पर कार्यपालक सहायक की अनुपस्थिति की मिली थी सूचना
- अनुमंडल पदाधिकारी की जांच में हुआ जेल में बंद होने का खुलासा

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : चौसा अंचल कार्यालय के आरटीपीएस काउंटर पर कर्मियों की कमी की वजह से कार्य की अधिकता होने एवं कार्यपालक सहायक के काउंटर पर नहीं बैठे रहने की सूचना लगातार मिल रही थी. इस बात की जांच अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा के द्वारा गुरुवार की को की गई. जांच में यह ज्ञात हुआ कि कार्यपालक सहायक राजकुमार सिंह 22 जनवरी से गुरुवार 21 अप्रैल तक कार्यालय नहीं आ रहे हैं. आश्चर्यजनक रूप से अंचलाधिकारी चौसा के द्वारा तीन माह में कभी ना तो उनकी उपस्थिति जांच की गई और ना ही उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई.





एसडीएम ने उक्त कार्यपालक सहायक के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने की अनुशंसा जिला पदाधिकारी अमन समीर से करते हुए उन्हें एक पत्र प्रेषित किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि एसडीएम के द्वारा स्वयं इस मामले की जांच की गई तो यह पाया गया कि राजकुमार सिंह के विरुद्ध धनसोई थाने में धोखाधड़ी करते हुए जमीन का मालिकाना हक बदलने का एक मामला दर्ज कराया गया है. इसी मामले में 21 जनवरी को राजकुमार सिंह को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. राजकुमार सिंह अभी भी सेंट्रल जेल में बंद है इस बात की पुष्टि एसडीएम के द्वारा कारा अधीक्षक राजीव कुमार से फोन पर बात कर की गई.

एसडीएम ने डीएम से अंचल कार्यालय चौसा के कार्यपालक सहायक के तीन महीने तक जेल में बंद रहने के कारण उनके विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की अनुशंसा की है लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि आखिर अंचलाधिकारी को यह बात अब तक क्यों नहीं पता थी और यदि बात उन्हें पता थी तो इस पर अब तक कोई कार्यवाही करने से वह परहेज क्यों कर रहे थे?
















 














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