वीडियो : पुलिस तथा अधिवक्ता के नाम पर शराब तस्करी का खुलासा, शराब लदी लग्जरी कारों समेत तीन गिरफ्तार ..

कहना है कि कार चालक से पूछताछ के दौरान जो जानकारियां प्राप्त हुई है. उनके आलोक में तस्करों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जो शराब बरामद की गई है. उसे देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शराब नकली है. ऐसे में शराब की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जा रहा है ताकि यह ज्ञात हो सके कि शराब कहीं जहरीली तो नहीं? 
बरामद शराब के साथ उत्पाद अधीक्षक व अन्य




- उत्पाद विभाग के द्वारा की गई कार्रवाई में जिले के अलग-अलग स्थानों से हुई बरामदगी
- बरामद शराब की बड़ी खेप की जहरीली होने की आशंका, जांच के लिए भेजा गया फॉरेंसिक लैब

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार में लागू शराबबंदी के बाद शराब के कारोबारियों के द्वारा पुलिस को चकमा देने के लिए अलग-अलग तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. कभी प्रेस लिखी गाड़ी से शराब बरामद हो रही है तो कभी किसी राजनैतिक पार्टी का झंडा लगाकर शराब तस्कर तस्करी की कोशिश करते पकड़े जा रहे हैं. इसी तरह के प्रयास में एक बार फिर जिले के दो अलग-अलग स्थानों से शराब तस्कर पकड़े गए हैं जो कि वाहन पर अधिवक्ता और पुलिस लिखवा कर शराब की तस्करी कर रहे थे लेकिन, पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं सके. 


उत्पाद विभाग के द्वारा की जा रही कार्रवाई के दौरान जिले के अलग-अलग स्थानों से पुलिस ने भारी मात्रा में शराब के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही दो लग्जरी कारों की बरामद की है. गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए उत्पाद अधीक्षक देवेंद्र प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार की रात तकरीबन 9:00 बजे उत्तर प्रदेश से बिहार को जोड़ने वाले वीर कुंवर सिंह सेतु उत्तर प्रदेश बक्सर की सीमा में प्रवेश कर रही एक स्विफ्ट डिजायर कार को रोककर जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके चारों दरवाजों से पुलिस को तकरीबन 250 बोतलें यानी कि कुल 45 लीटर अंग्रेजी शराब की खेप प्राप्त हुई. तस्करों ने चकमा देने के लिहाज से कार पर पुलिस लिखवा रखा था. तुरंत ही कार में सवार रोहतास जिले के दावथ थाना क्षेत्र के स्थानीय निवासी सरफराज आलम एवं अबू हजाम की यह तकनीक काम नहीं कर सकी और दोनों गिरफ्तार कर लिया गया.


इसी बीच सूचना मिली कि सिमरी थाना के रामपुर मठिया के समीप शराब की खेप लेकर एक लग्जरी गाड़ी गुजरने वाली है. सूचना के आलोक में उत्पाद अधीक्षक देवेंद्र प्रसाद के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया, जिसका नेतृत्व उत्पाद निरीक्षक दिलीप कुमार पाठक कर रहे थे. उनके साथ सब इंस्पेक्टर प्रभुनाथ सिंह एवं प्रीति कुमारी तथा सैप के जवान मौजूद थे. सभी ने मौके पर पहुंच जांच शुरु की. इसी बीच चकनी गांव के समीप एक जाइलो कार आती हुई दिखाई दी. जाइलो कार पर अधिवक्ता लिखा हुआ था. तुरंत ही कार की घेराबंदी की गई लेकिन, चालक कार लेकर भागने लगा पुलिसकर्मियों ने अपनी गाड़ी से कार का पीछा किया तो वह उसे चकनी गांव की तरफ ले कर भागने लगा. काफी मशक्कत के बाद टीम ने अंततः चालक को कार समेत पकड़ लिया लेकिन, इस दौरान कार में सवार अन्य लोग भाग निकले. गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें 42 कार्टन में रखी भारी मात्रा में शराब बरामद की गई.

उत्पाद अधीक्षक का कहना है कि कार चालक से पूछताछ के दौरान जो जानकारियां प्राप्त हुई है. उनके आलोक में तस्करों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जो शराब बरामद की गई है. उसे देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शराब नकली है. ऐसे में शराब की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जा रहा है ताकि यह ज्ञात हो सके कि शराब कहीं जहरीली तो नहीं? उन्होंने बताया कि शराब तस्करों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है जो कि आगे भी जारी रहेगा.

वीडियो : 




















 














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