रामरेखा घाट पर पुजारी मोती बाबा ने बताया कि अक्षय तृतीया पर गंगा स्नान व दान पुण्य का विशेष महत्व है. रामरेखा घाट समेत तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. उन्होंने कहा कि संक्रमण काल के बाद इतनी संख्या में श्रद्धालु पहली बार घाट पर पहुंचे हैं.
- विधि व्यवस्था के बेहतर संधारण के लिए स्वयं निरीक्षण करते रहे अनुमंडल पदाधिकारी
- संक्रमण काल के बाद पहली बार उमड़ा है आस्था का जनसैलाब
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : धार्मिक नगरी बक्सर में आज अक्षय तृतीया की धूम है अक्षय तृतीया को लेकर सुबह से ही श्रद्धालु भक्त गंगा स्नान को लेकर प्रखंड देव मंदिरों में पूजा-अर्चन कर रहे हैं. गंगा स्नान को पहुंचे अरविंद पांडेय ने बताया कि हिंदू धर्म शास्त्रों में अक्षय तृतीया का दिन मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ दिन माना गया है. यह पर्व हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को बड़ी ही श्रद्धा भाव से मनाया जाता है. इसे पर्व को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. अक्षय तृतीया को माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन स्वर्ण खरीदना बहुत ही शुभ होता है. इतना ही नहीं उस दिन किसी भी नए काम को करने के लिए किसी भी पंचांग को देखने की आवश्यकता नहीं होती है.
बक्सर के रामरेखा घाट से लेकर विभिन्न गंगा घाटों पर अक्षय तृतीया को गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. अहले सुबह से ही जहां श्रद्धालु गंगा घाटों पर उमड़ पड़े हैं वही विधि व्यवस्था के भीतर संधारण के लिए पुलिसकर्मियों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. रामरेखा घाट पर पुजारी मोती बाबा ने बताया कि अक्षय तृतीया पर गंगा स्नान व दान पुण्य का विशेष महत्व है. रामरेखा घाट समेत तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. उन्होंने कहा कि संक्रमण काल के बाद इतनी संख्या में श्रद्धालु पहली बार घाट पर पहुंचे हैं.
चुस्त-दुरुस्त है विधि-व्यवस्था, एसडीएम ले रहे जायजा :
गंगा स्नान को लेकर विभिन्न घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर घाटों पर जाने वाले रास्तों पर भी ट्रैफिक की बेहतर व्यवस्था की गई है. रामरेखा घाट, नाथ बाबा घाट समेत तमाम गंगा घाटों पर नसीर पुलिसकर्मियों बल्कि गोताखोरों कोई भी प्रतिनियुक्ति की गई है. अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा स्वयं विधि-व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं.
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