मानवता के निर्माण में भागवत का सर्वश्रेष्ठ योगदान : आचार्य पौराणिक

महान आश्चर्य की बात है कि यह ग्रन्थ सात दिनों मे ही प्रत्यक्ष मुक्ति प्रदान कर देता है. धुंधकारी प्रेत एवं परीक्षित जी इसके प्रत्यक्ष प्रमाण है. 






- रामेश्वर नाथ मंदिर में आयोजित है भागवत कथा सह श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ
- सर्व जन कल्याण सेवा समिति के द्वारा 14 वें साल आयोजित है धर्मायोजन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सर्व जन कल्याण सेवा समिति के 14 वें धर्मायोजन के तहत रामरेखा घाट स्थित श्री रामेश्वर नाथ मंदिर में आयोजित भागवत कथा में आचार्य कृष्णानंद शास्त्री पौराणिक जी महाराज बताया कि, "मानवता के निर्माण में भागवत का सर्वश्रेष्ठ योगदान है. इसका मुख्य कारण है कि भागवत संसार के समस्त ग्रंथों का सारांश है. वेद उपनिषद 17 पुराण एवं अन्य आध्यात्मिक ग्रंथों का मुख्य अंश होने के कारण इसके श्रवण से सभी ग्रंथों के श्रवण करने का लाभ प्राप्त हो जाता है. यही मुख्य कारण है कि भागवत को एक स्वर से सभी ने सर्वोत्तम आध्यात्मिक ग्रंथ स्वीकार किया है. यद्यपि कि भागवत संसार के सभी पदार्थों को देने में समर्थ है और प्रामाणिक भी है किंतु इसकी सर्वाधिक ख्याति जीवो की मुक्ति में है. यह पापी से महापापी एवं पातकी से महापातकी तक को भी मात्र श्रद्धा भक्ति से श्रवण करने पर मुक्त कर देता है.


महान आश्चर्य की बात है कि यह ग्रन्थ सात दिनों मे ही प्रत्यक्ष मुक्ति प्रदान कर देता है. धुंधकारी प्रेत एवं परीक्षित जी इसके प्रत्यक्ष प्रमाण है. भागवत के जन्म के सम्बन्ध में भी एक अलौकिक दृष्टि मिलती है. जब तक कौरव जीवित थे कुरुकुल में भागवत प्रकट नहीं हुआ. विस्मय तो तब हुआ जब दुर्योधन मारा गया तब कुरुवंश को आगे बढ़ाने वाले परम भागवत परीक्षित जी का जन्म हुआ और परीक्षित के माध्यम से संपूर्ण संसार को भागवत महापुराण की प्राप्ति हुई अतः परम भागवत परीक्षित जी भागवत महापुराण के माध्यम से संसार के सभी मानवों को पुरुषार्थचतुष्टय की प्राप्ति करा कर मानवता का सर्वाधिक मार्ग प्रशस्त की जीव मात्र पर परम कल्याण कर रहे है. वे आज भी उसी तरह प्रासंगिक है जिस तरह भागवत महापुराण है."


















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