रामरेखा घाट पर आयोजित हुई भव्य गंगा महाआरती ..

नगर के कई समाजसेवी  एवं धार्मिक आस्था से परिपूर्ण जन उपस्थित थे. गंगा आरती सेवा ट्रस्ट के प्रभंजन भारद्वाज ने बताया की बक्सर में मां गंगा की आरती की शुरूआत परम आदरणीय साकेतवासी संत श्री नारायण दास भक्त माली द्वारा कराई गयी थी, जिसके बाद यह गंगा उत्सव का कार्यक्रम 16 वर्षों से लगातार चल रहा है.





- संगीतमय आरती में भक्ति रस में डूबे श्रद्धालु
- गंगा दशहरा के मौके पर हुआ था आयोजन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : दशहरा के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर पतित पावनी गंगा के किनारे भव्य गंगा महा गंगाआरती का आयोजन श्री गंगा आरती सेवा ट्रस्ट द्वारा किया गया. इसके पूर्व गंगा दशहरा के अवसर पर सुबह से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर गंगा स्नान एवं मां गंगा का पूजन किया जिसके बाद संध्या बेला में कल-कल करती धारा के बीच गंगा तट पर मनोरम संगीतमय गंगा आरती की प्रस्तुति श्री गंगा आरती सेवा ट्रस्ट द्वारा की गई.


गंगा आरती के आयोजन के लिए ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गंगा घाटों की बेहतर साज-सज्जा की गई थी. जहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने पहले गंगा पूजन किया उसके बाद दीप दान किया. संध्या बेला में सूर्यास्त के समय कन्या पूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ जिसमें पधारे सभी पदाधिकारियों एवं विधिक सेवा के अधिकारियों द्वारा गंगा पूजन कर गंगा आरती प्रारंभ की गई. 

आयोजन में नगर के कई समाजसेवी  एवं धार्मिक आस्था से परिपूर्ण जन उपस्थित थे. गंगा आरती सेवा ट्रस्ट के प्रभंजन भारद्वाज ने बताया की बक्सर में मां गंगा की आरती की शुरूआत परम आदरणीय साकेतवासी संत श्री नारायण दास भक्त माली द्वारा कराई गयी थी, जिसके बाद यह गंगा उत्सव का कार्यक्रम 16 वर्षों से लगातार चल रहा है.

ट्रस्ट के सचिव अमित उपाध्याय ने बताया कि गंगा दशहरा के पावन अवसर पर जिले के न्यायीक एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा यज्ञमान की भूमिका निभाई जाती है. जिसके बाद पंच आरती की जाती है. जिसमें, घूप, गुग्गल, दीप, पुष्प एवं कपूर द्वारा मां गंगा की आरती की जाती है.

विशेष गंगा महाआरती एक घंटे संगीतमय धुन पर होती है, जिसमें श्रद्धालु भक्ति रस में गोते लगाते है. अंत में प्रसाद वितरण तथा आगत अतिथियों के उद्गार के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.


















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