वीडियो : हड़ताल पर गई सदर अस्पताल की सफाईकर्मी, परिसर में गंदगी ही गंदगी ..

कहना है कि उनके नियोक्ता एनजीओ के द्वारा उनका वेतन पिछले दो साल से नहीं बढ़ाया गया है. अभी उनको आठ घंटे कार्य करने के लिए केवल साढ़े चार हज़ार रुपये मासिक वेतन मिलता है. जो कि श्रम विभाग द्वारा निर्धारित दैनिक वेतन की न्यूनतम राशि से काफी कम है. 




- वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर है सभी कर्मी
- कहा, मांग पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा आंदोलन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सदर अस्पताल की सफाई कर्मी पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण अस्पताल में सर्वत्र गंदगी पसरी हुई है जिससे न सिर्फ परिसर गंदा दिख रहा है बल्कि रोगियों को भी संक्रमण का भय सता रहा है कर्मियों के हड़ताल के संदर्भ में पूछे जाने के लिए सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन, वह अपने कार्यालय में नहीं मिले और उनके फोन पर भी उनसे संपर्क नहीं हो सका.




हड़ताल पर गई महिला सफाई कर्मियों का कहना है कि उनके नियोक्ता एनजीओ के द्वारा उनका वेतन पिछले दो साल से नहीं बढ़ाया गया है. अभी उनको आठ घंटे कार्य करने के लिए केवल साढ़े चार हज़ार रुपये मासिक वेतन मिलता है. जो कि श्रम विभाग द्वारा निर्धारित दैनिक वेतन की न्यूनतम राशि से काफी कम है. बार-बार कहे जाने के बावजूद एनजीओ के द्वारा उनका वेतन बढ़ाया नहीं जा रहा है और अब उसका कार्यकाल समाप्त होना है. ऐसे में यदि वेतन नहीं बढ़ाया गया तो फिर से टेंडर होने के पश्चात नई एजेंसी के द्वारा भी उनके वेतन वृद्धि में आनाकानी की जाएगी. 

हड़ताल के समर्थन में अस्पताल के दरवाजे पर बैठी सफाई कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तब तक वह दोबारा काम करने के लिए वापस नहीं जाएंगी. सफाई कर्मियों की हड़ताल के बीच सिविल सर्जन के नहीं मिलने का कारण पूछने पर यह ज्ञात हुआ कि वह किसी मामले में अस्पताल का पक्ष लेकर पटना हाई कोर्ट गए हुए हैं. वहीं, इस मामले में किसी भी अन्य अधिकारी ने कुछ भी बोलने से परहेज किया.

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