वीडियो : वीर कुंवर सिंह सेतु पर रात दस बजे के बाद ये क्या हो रहा है?

वीर कुंवर सिंह सेतु चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी शराब की तस्करी  तथा शराबियों को पकड़ने का अभियान तो चलाते हैं साथ ही साथ भारी वाहनों के प्रवेश पर लगाए गए रोक का अक्षरस: पालन कराने का भी दावा करती है लेकिन, धरातल पर परिस्थिति कुछ और ही है.






- रात 2:00 बजे तक चलता रहा भारी वाहनों का आवागमन
- बालू मवेशी तथा अन्य वस्तुओं की तस्करी के लिए बनाया गया है टाइम शेड्यूल

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सूबे में शराबबंदी कानून के लागू होने के बाद सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई गई है. चौकसी इसलिए कि कोई भी व्यक्ति शराब के नशे में अथवा शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा जाए तो उसके विरुद्ध उचित कार्रवाई की जा सके. हालांकि, चौकसी कितनी कारगर है इसका असली उदाहरण उस वक्त मिल जाता है जब जिले के विभिन्न स्थानों से शराब की खेप पकड़ी जाती है. कहा तो यह भी जाता है कि शराबबंदी पुलिसकर्मियों के लिए वरदान साबित हो गई है. यह उनकी अतिरिक्त कमाई बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है.


नगर थाना क्षेत्र के वीर कुंवर सिंह सेतु पर भारी वाहनों का आवागमन बंद किया गया है. कारण पुल की खराब सेहत बताई जाती है. वीर कुंवर सिंह सेतु चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी शराब की तस्करी  तथा शराबियों को पकड़ने का अभियान तो चलाते हैं साथ ही साथ भारी वाहनों के प्रवेश पर लगाए गए रोक का अक्षरस: पालन कराने का भी दावा करती है लेकिन, धरातल पर परिस्थिति कुछ और ही है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन रात 10:30 बजे से लेकर सुबह तकरीबन 4:00 बजे तक पुल पर नो एंट्री के    स्थान पर अनवरत एंट्री कराई जाती है. इस ऑफर का लाभ उठाकर बालू मवेशी लदे वाहन तथा इन्हीं वाहनों के नाम पर कुछ और भी आराम से आता-जाता है. इस बात की सच्चाई जानने के लिए जब हम वीर कुंवर सिंह सेतु पर पहुंचे तो स्थिति साफ थी. वहां यूपी से आने वाले भारी वाहन अथवा यूपी जाने वाले वाहन आराम से बैरिकेडिंग के बगल से बनाए गए रास्ते से आ और जा रहे थे. मजे की बात तो यह है कि कोई उन्हें रोकने-टोकने वाला भी नहीं था. हालांकि यूपी से वापसी के बाद सभी वाहनों के चालक पुलिस कर्मियों से मुलाकात करने के बाद ही आगे बढ़ रहे थे. 

रात तकरीबन 2:00 बजे यह क्रम लगातार चलता रहा. किसी को देखने और इसके बारे में सवाल जवाब करने वाला मौके पर कोई भी नहीं पहुंचा. टाइगर मोबाइल के कुछ जवान तथा गश्त में लगी पुलिस वाहन कुछ देर के लिए वहां पहुंची लेकिन, बैरिकेडिंग के बगल से वाहनों के आवागमन का क्रम चलता रहा. आखिरकार हमने भी वहां से लौटने में ही भलाई समझी.

मामले में सदर एसडीपीओ गोरख राम से बात करने पर उन्होंने बताया कि वहां मद्यनिषेध विभाग का चेक पोस्ट है. ऐसे में इस विषय में ज्यादा अच्छी जानकारी वही लोग दे सकेंगे. उत्पाद अधीक्षक देवेंद्र प्रसाद से पूछने पर उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में इस तरह का मामला नहीं है. हो सकता है कि नगर थाने के पुलिसकर्मी वहां पर तैनात हो लेकिन, वह इस मामले की जांच कराएंगे और जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

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