डॉ नरेंद्र पाठक को जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान का नया निदेशक नियुक्त किया गया है. उनकी नियुक्ति को लेकर शुक्रवार को सरकार के उप सचिव अरशद फिरोज की तरफ से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि डॉ नरेंद्र पाठक का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा.
सीएम नितीश कुमार से मिलते डॉ नरेंद्र पाठक |
- जिले के चौसा प्रखंड के कुसुरपा गांव निवासी हैं डॉ नरेंद्र पाठक
- सरकार के उप सचिव अरशद फिरोज की तरफ से जारी हुई अधिसूचना
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के चौसा प्रखंड के कुसुरपा गांव निवासी डॉ नरेंद्र पाठक को जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान का नया निदेशक नियुक्त किया गया है. उनकी नियुक्ति को लेकर शुक्रवार को सरकार के उप सचिव अरशद फिरोज की तरफ से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि डॉ नरेंद्र पाठक का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा.
दरअसल, शिक्षा विभाग ने निदेशक के इस पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन भी मांगे थे. प्राप्त आवेदनों की समीक्षा कर एक विशेष समिति ने अनुशंसा की थी. जिसके आधार पर डॉ पाठक की नियुक्ति का निर्णय लिया गया है.
बता दें कि डॉ नरेंद्र पाठक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा लिखित "संसद में विकास की बातें" नामक पुस्तक का संकलन भी किया था. जिसके बाद से वह काफी चर्चा में थे. संसद में विकास की बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषणों का एक संकलन है. इसमें वे सारे भाषण है जो मुख्यमंत्री ने बतौर सांसद संसद में दिए थे.
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