वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंचा गंगा का जलस्तर, बांध में रिसाव पर डीएम ने लगाई अधिकारी को फटकार ..

संबंधित अंचल अधिकारी को निर्देश दिया कि सरकार के द्वारा सरकारी नाव के परिचालन होने के संबंध में नाव पर प्रशासन का झंडा लगा होना चाहिए, यह व्यवस्था निशुल्क है और नाव पर बैठने की कितनी क्षमता है इसका बोर्ड लगाना सुनिश्चित करेंगे.




- खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा गंगा का पानी
- प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ता जा रहा जल अस्तर

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर में गंगा का जलस्तर इस वर्ष के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है खतरे का निशान पार कर चुकी गंगा 60.45 मीटर के स्तर पर पहुंच कर 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ते हुए अब प्रशासन के लिए भी चिंता का सबब बन गई है. गंगा के साथ-साथ सहायक नदियां कर्मनाशा, ठोरा और धर्मावती भी उफान पर हैं जिससे कि अखौरीपुर गोला के पास बक्सर-कैमूर स्टेट हाइवे पर पानी बढ़ता जा रहा है. तेजी से बढ़ता जलस्तर देखते हुए इस मार्ग से आवागमन की व्यवस्था बंद कर दी गई है. बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर जिला पदाधिकारी अमन समीर के द्वारा डुमरांव अनुमंडल अंतर्गत गंगा में बाढ़ एवं तटबंध का निरीक्षण किया गया. इस क्रम में जवही दीयर बांध पर पानी का रिसाव हो होता देखा गया जिसके आलोक में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि पानी के रिसाव को जल्द से जल्द बंद करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे.




वहीं, विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में प्रति एक किलोमीटर पर बाढ़ के सुरक्षा को देखते हुए आदमी की प्रतिनियुक्ति की जानी थी, निरीक्षण के दौरान कोई आदमी वहां उपस्थित नहीं था जिस पर डीएम ने प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा को बिना सत्यापन के भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के द्वारा सुरक्षा सामग्री का भंडारण हेतु बालू बैग कुछ जगहों पर फटा हुआ पाया गया. जिसके आलोक में कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल को निर्देश दिया गया कि दो दिन के अंदर युद्ध स्थल पर फटे हुए बालू बैग को हटाकर नए बोरे में सुरक्षा सामग्री का भंडारण सुनिश्चित करेंगे.

डीएम ने संबंधित अंचल अधिकारी को निर्देश दिया कि सरकार के द्वारा सरकारी नाव के परिचालन होने के संबंध में नाव पर प्रशासन का झंडा लगा होना चाहिए, यह व्यवस्था निशुल्क है और नाव पर बैठने की कितनी क्षमता है इसका बोर्ड लगाना सुनिश्चित करेंगे.



डीएम ने सिमरी, चक्की एवं ब्रह्मपुर के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया. सिमरी प्रखंड अंतर्गत नियाज़ीपुर के लालजी का डेरा, राजापुर बेनीलाल का डेरा, गंगौली, रामदास राय का डेरा, श्रीकांत राय का डेरा, जवही दियर, ब्रह्मपुर प्रखंड अंतर्गत नैनिजोर, करीमन डेरा, गजाधर डेरा का निरीक्षण किया. संबंधित अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि जहां नाव की आवश्यकता होगी वहां शीघ्र ही नाव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे.

निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता बक्सर, प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा बक्सर, अनुमंडल पदाधिकारी डुमरांव एवं सभी संबंधित अंचलाधिकारी उपस्थित थे. उधर बक्सर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने भी अनुमंडल के तमाम सीमावर्ती इलाकों का निरीक्षण किया.























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