अनुमंडल पदाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जिन कार्यों को नहीं किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है वह सभी कार्य धरातल पर हैं. उन्होंने कहा कि एक अन्य मामले में विकास योजनाओं के पूरा होने के तकरीबन 4 से 5 वर्ष पूर्व उस योजना का बोर्ड गायब होने का आरोप लगाया गया था हालांकि व्यवहारिक तौर पर यह समझा जा सकता है कि यदि कार्य पूरा हुए 4 से 5 साल हो जाए तो बोर्ड उसी स्थान पर कैसे रह सकता है?
- ब्रह्मपुर पंचायत के वर्तमान पंचायत सचिव हैं इब्नुल हुसैन
- कहा, मामले में वरीय अधिकारीयों से करेंगे शिकायत में
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : ब्रह्मपुर पंचायत के सचिव इब्नुल हुसैन उर्फ साबित रोहतासवी को योजनाओं की राशि के हेर - फेर किए जाने की आशंका में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है हालांकि, साबित रोहतास्वी जिला पदाधिकारी के इस आदेश पर कड़ा ऐतराज जता रहें हैं और इसे उनकी बढ़ती लोकप्रियता से चिढ़कर किया गया कार्य बता रहे हैं.
इस बाद बुलाई गई पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होने कहा, कि वह इस आदेश के विरुद्ध वरीय पदाधिकारियों से मिलेंगे यदि वहां से भी उन्हें न्याय नहीं मिलता तो वह मामले को लेकर न्यायालय में जाएंगे. उन्होंने नाम लिए बगैर बताया कि कुछ मीडिया संस्थान द्वेष की भावना से बिना सही तथ्यों को जाने एक पक्षीय खबर प्रकाशित कर रहे हैं जो कि पूरी तरह भ्रामक और निराधार है. ऐसे मीडिया संस्थानों के विरुद्ध भी वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.
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साबित रोहतासवी ने बताया कि उनके विरुद्ध यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने खूंटहा पंचायत में सात निश्चय योजना के कार्यो में शिथिलता बरती थी और जब जांच में यह पाया गया की धरातल पर कार्य नहीं हुए हैं तथा इस बात को लेकर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई तब उन्होंने कार्य को पूरा कराया. जबकि तत्कालीन कनीय अभियंता ने मापी पुस्तिका में यह अंकित किया था कार्य पूरा हो गया है. ऐसे में यह साफ होता है कि प्रशासन का यह आरोप बेबुनियाद है और सोची-समझी साजिश के तहत लगाया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की जांच करने के बाद जांच टीम का नेतृत्व कर रहे अनुमंडल पदाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जिन कार्यों को नहीं किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है वह सभी कार्य धरातल पर हैं. उन्होंने कहा कि एक अन्य मामले में विकास योजनाओं के पूरा होने के तकरीबन 4 से 5 वर्ष पूर्व उस योजना का बोर्ड गायब होने का आरोप लगाया गया था हालांकि व्यवहारिक तौर पर यह समझा जा सकता है कि यदि कार्य पूरा हुए 4 से 5 साल हो जाए तो बोर्ड उसी स्थान पर कैसे रह सकता है?
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