श्री राम कलेवा के साथ संपन्न हुआ 53 वां सिय-पिय मिलन महोत्सव ..

शाम को बारात राजा जनक के द्वार पर पहुंचने के बाद सखियों के द्वारा चारों दूल्हा के साथ हंसी ठिठोली की गई जिसके पश्चात चारों का वेद विधि के अनुसार विद्वान ब्राह्मणों के मंत्रोचार के बीच चारों भाइयों में राम का जानकी के साथ, भरत का मांडवी के साथ, उर्मिला का लक्ष्मण के साथ और श्रुतकीर्ति का शत्रुघ्न के साथ विवाह संपन्न हो गया. 





- नया बाजार में 21 नवंबर से आयोजित था दिवसीय कार्यक्रम
- श्री राम विवाह देखने के लिए देश-विदेश से पहुंचे थे श्रद्धालु

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नया बाजार आश्रम में आयोजित सिय-पिय मिलन महोत्सव का समापन मंगलवार को श्री राम कलेवा के साथ हो गया. महंत राजा राम शरण दास जी महाराज के नेतुत्व में श्रीराम कलेवा संत समाज के साथ श्रीविश्वामित्र महाविद्यालय में पहुंचा. जहां भगवान की कलेवा की रस्म पूरी होने के बाद नौ दिवसीय 53 वें सिय-पिय मिलन महोत्सव एक वर्ष के लिए विराम ले लिया.

इसके पूर्व सोमवार की रात्रि भगवान श्री राम का विवाह आश्रम परिसर में किया गया पूरे रस्मो-रिवाज के साथ विवाह कार्यक्रम पूरी रात चलता रहा जिसे देखने के लिए साधु-संतों के साथ-साथ देश-विदेश से राम भक्त पहुंचे हुए थे. महिलाएं और पुरुष भगवान श्रीराम के अलौकिक विवाह दृश्य को देखकर इतने अभिभूत थे कि वह नृत्य करते दिखाई दिए. 


शाम को बारात राजा जनक के द्वार पर पहुंचने के बाद सखियों के द्वारा चारों दूल्हा के साथ हंसी ठिठोली की गई जिसके पश्चात चारों का वेद विधि के अनुसार विद्वान ब्राह्मणों के मंत्रोचार के बीच चारों भाइयों में राम का जानकी के साथ, भरत का मांडवी के साथ, उर्मिला का लक्ष्मण के साथ और श्रुतकीर्ति का शत्रुघ्न के साथ विवाह संपन्न हो गया. 


विवाह स्थल पर मामा जी के रिकॉर्डेड भजन तो बज ही रहे थे. साथ ही साथ महंत राजा राम शरण दास ने भी एक से बढ़कर एक विवाह गीत गाकर ऐसा माहौल पैदा कर दिया, जैसे विश्वामित्र आश्रम में ही जनकपुर धाम आ गया हो. रात तकरीबन 2:00 बजे लावा मिलाने की रस्म के साथ विवाह संपन्न हुआ. श्री राम विवाह संपन्न होने के पश्चात बुधवार को नया बाजार में ठीक उसी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है जिस प्रकार बेटियों की विदाई के बाद घर का माहौल होता है.















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