मान्यता है कि भगवान विष्णु देवोत्थान एकादशी के दिन ही शयन निद्रा से जागते हैं. ऐसे में सभी शुभ कार्य देवोत्थान एकादशी के दिन से शुरू हो जाते हैं. देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान विष्णु के निमित्त घी के दिए जलाने का भी काफी महत्व है.
- मंदिर परिसर में घी के दिए जलाकर लोक कल्याण की की गई कामना
- देवोत्थान एकादशी के साथ ही शुरु हुए सभी मांगलिक कार्य
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : देवोत्थान एकादशी के पावन अवसर पर भगवान वामन चेतना मंच के तत्वाधान में सेंट्रल जेल स्थित भगवान वामनेश्वर मंदिर परिसर में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मंदिर के पुजारी के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में घी के दीए जलाकर जिले के लोगों के मंगल के लिए कामना की. पूरे मंदिर परिसर को दीपों से सजाया गया था. दीप दान में पुरुषों के साथ साथ महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे. पूरी श्रद्धा के साथ भगवान वामनेश्वर मंदिर में दीप जलाया गया. इस दौरान भगवान वामन की जयघोष से पूरा वातावरण गूंज रहा था.
ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु देवोत्थान एकादशी के दिन ही शयन निद्रा से जागते हैं. ऐसे में सभी शुभ कार्य देवोत्थान एकादशी के दिन से शुरू हो जाते हैं. देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान विष्णु के निमित्त घी के दिए जलाने का भी काफी महत्व है. भगवान वामन विष्णु के ही साक्षात अवतार थे. कार्यक्रम के दौरान भगवान वामन की जय घोष पूरा मंदिर परिसर गूंज रहा था.
मौके पर मृत्युंजय तिवारी, प्रकाश पांडेय ,संजय ओझा, मनोज तिवारी, अवधेश पांडेय, आशुतोष चतुर्वेदी, सोनू चौबे, अभिषेक ओझा, संजय चौबे, प्रमोद कुमार चौबे, सरोज तिवारी, कपिल मुनि त्रिगुन, राकेश पाण्डेय, अखिलेश जी समेत काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.
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