सनातन संस्कृति समागम : राम का नाम लेने वालों का रहीम के बंदों ने किया सत्कार ..

उन्होंने कहा कि मजहब कभी आपस में बैर रखना नहीं सिखाता. ईश्वर हो या अल्लाह सभी एक ही शक्ति के अलग-अलग नाम हैं. ऐसे में बक्सर में हो रहे इस तरह के आयोजन के निरंतर होते रहने की आवश्यकता है तभी बक्सर का पौराणिक गौरव से वापस मिलेगा. 





- सनातन संस्कृति समागम के दौरान दिखी गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल 
- मुस्लिम समुदाय के युवकों ने भी जल यात्रा में शामिल लोगों को पिलाया पानी, खिलाई मिठाई 

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर :  अहिल्या धाम में आयोजित संत समागम के दौरान श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के लिए जलभरी करने हेतु विशाल यात्रा निकाली गई. यात्रा माता अहिल्याधाम में चल रहे संत समागम स्थल से निकल कर रामरेखा घाट तक गई. इस दौरान रास्ते में यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए पानी तथा मिष्ठान की व्यवस्था की गई थी. खास बात यह है कि इस व्यवस्था में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल थे. 

इस दौरान भारतीय संस्कृति की गंगा-जमुनी तहजीब स्पष्ट परिलक्षित हो रही थी. यात्रा पर रास्ते में कई जगहों पर पुष्प वर्षा की गई. रेडक्रॉस सचिव डॉ श्रवण कुमार तिवारी ने बताया कि पंचमुखी हनुमान मंदिर के साथ-साथ रामरेखा घाट जाने वाले मार्ग पर भी श्रद्धालुओं के पीने की पानी की व्यवस्था तथा मिष्ठान आदि का प्रबंध किया गया था. वहीं, राजद नेता शादाब आलम ने बताया कि पीपरपांती रोड में श्रद्धालुओं के पीने के लिए पानी और मिठाई की व्यवस्था की गई थी. 


समागम में पहुंचे प्रसिद्ध चिकित्सक दिलशाद आलम ने सुना संतों का प्रवचन, की आयोजन की सराहना :

साबित खिदमत फाउंडेशन के निदेशक डॉ दिलशाद आलम ने भी समागम में पहुंचकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से मुलाकात की एवं संतों का प्रवचन सुना. उन्होंने कहा कि मजहब कभी आपस में बैर रखना नहीं सिखाता. ईश्वर हो या अल्लाह सभी एक ही शक्ति के अलग-अलग नाम हैं. ऐसे में बक्सर में हो रहे इस तरह के आयोजन के निरंतर होते रहने की आवश्यकता है तभी बक्सर का पौराणिक गौरव से वापस मिलेगा. 


संसार में जैसे-जैसे बक्सर के नाम की चर्चा बढ़ेगी वैसे-वैसे बक्सर में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू होगा जो कि यहां की आर्थिक गतिविधियों को बल देगा. जिससे बक्सर की समृध्दि बढ़ेगी. उन्होंने केंद्रीय मंत्री सह सांसद अश्विनी कुमार चौबे को सनातन संस्कृति समागम के आयोजन के लिए साधुवाद दिया.













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