वीडियो : भारत में गरीबी और भुखमरी भले ही हो लेकिन संस्कारों का नहीं है अभाव : नितिन गडकरी

संत लोक शिक्षक हैं. दुनिया की संस्कृति परिभाषित होती खाल के रंग से, भाषा से, उपासना पद्धति से, भारत की संस्कृति परिभाषित होती है आत्मा से चाहे शुभ करो या अशुभ उसके परिणामों को भोगना पड़ेगा यही हमारी संस्कृति के बुनियादी सिद्धांतों में से एक है.






- संत समागम में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, स्थापित होगा रामराज्य
- केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी हुए कार्यक्रम में शामिल


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : "भारत में गरीबी और भुखमरी भले ही हो लेकिन यहां संस्कारों का अभाव नहीं है. जब ठीक विदेशों में संस्कार का बड़ा आभाव है. बक्सर में सनातन संस्कृति समागम जैसे कार्यक्रमों के आयोजन से लोक संस्कारित होंगे. और एक दिन भारत में राम राज्य की स्थापना होगी." यह कहना है केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का. सनातन संस्कृति समागम के अष्टम दिवस केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी  एवं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान संतों का आशीर्वाद प्राप्त करने आयोजन में पहुंचे. मंत्री अश्विनी चौबे ने उनका स्वागत अभिनदंन किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया. 




अपने उद्बोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की भूमि संतो की भूमि है भारत को मर्यादापुरुषोत्तम राम के रुप में एक जीवन दर्शन मिला जिनसे हमे विचार मिला की आदर्श पुरुष कैसा होना चाहिए, आदर्श पुत्र कैसा होना चाहिए, आदर्श राजा कैसा होना चाहिए? हमारे पूरे जीवन को रामायण ने मार्गदर्शन दिया है. रामायण में से हमें शिक्षा मिलती है आदर्शमय जीवन कैसे जीना चाहिए. पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति का बड़ा सम्मान है. राम, कृष्ण, बुद्ध, रामायण और भागवतगीता से विश्व में चेतना जगी है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विवेकानंद जी ने कहा था 18 वीं सदी मुगलों की थी, 19 वीं सदी ब्रिटिशों की थी और 20 वीं सदी अमेरिका के नाम रही लेकिन 21वीं सदी हिंदुस्तान की होगी. भारत गरीबी और भ्रष्टाचार से मुक्त होगा. भगवान राम द्वारा स्थापित आदर्श राम राज्य का निर्माण करना हमारा संकल्प है. भारत को विश्व का प्रथम नम्बर का राष्ट्र बनाना है. भारत को 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनानी है. एक तरफ भौतिक प्रगति होगी दूसरी तरफ विश्व का कल्याण होगा. "सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामयः" हम केवल अपने प्रगति की कामना नही करते हम अपने साथ सम्पूर्ण विश्व के कल्याण की भावना रखते हैं. 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचनः" आदर्श राम राज्य के निर्माण के लिए हमें मूल्यधिष्ठित जीवन पद्धति अपनाकर निरन्तर कर्म करना होगा. एक दिन रामायण, भगवतगीता, राम और कृष्ण से सम्पूर्ण विश्व मार्गदर्शन प्राप्त करेगा और हम मूल्यधिष्ठित जीवन पद्धति से आदर्श राम राज्य का निर्माण करेंगे मैं मंत्री अश्विनी चौबे जी का धन्यवाद करता हूँ और सभी सन्त गणों को प्रणाम करता हूँ जिनके सानिध्य में यह यज्ञ आयोजित हुआ.

बक्सर की धरती के पुण्य ताका नहीं किया जा सकता वर्णन : आरिफ मोहम्मद खान, राज्यपाल, केरल : 

"भगवते स्थले भगवते रूपं" बक्सर भगवान राम की प्रथम कर्मभूमि है. प्रभु के साथ जिसकी महिमा जुड़ी है उसकी पुण्यता का वर्णन नही किया जा सकता. इस दुनिया में कोई नही है जो राम के नियंत्रण में न हो, उनका अनुयायी न हो. हमारे यहां भक्ति और विपरीति भक्ति का भी सिद्धांत है. राम की मर्यादा ने ही इस समाज को बनाकर रखा है. संतो ने इसे बनाकर रखा है. संत लोक शिक्षक हैं. दुनिया की संस्कृति परिभाषित होती खाल के रंग से, भाषा से, उपासना पद्धति से, भारत की संस्कृति परिभाषित होती है आत्मा से चाहे शुभ करो या अशुभ उसके परिणामों को भोगना पड़ेगा यही हमारी संस्कृति के बुनियादी सिद्धांतों में से एक है.

कार्यक्रम में बीजेपी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र जी, बिहार भाजपा के संगठन मंत्री भीखू भाई दलसानिया, बिहार के अध्यक्ष संजय जायसवाल, नेता प्रतिपक्ष बिहार विधान परिषद सम्राट चौधरी, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दुर्गेश सिंह,  महामंत्री धर्मेंद्र तिवारी,  विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली के अध्यक्ष कपिल खन्ना, प्रदीप राय, आरएसएस प्रचारक गोपाल आर्य, राम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष कृष्णकांत ओझा, अरूण मिश्रा, अभिजीत कश्यप,  उपस्थित रहे. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने अतिथियों का स्वागत सम्मान किया. कार्यक्रम  के संयोजक राजेश कुमार सिंह उर्फ राघवजी , कृष्ण कांत ओझा, राजेंद्र ठाकुर, परशुराम चतुर्वेदी ,अरुण मिश्रा, प्रदीप राय, हिरामन पासवान, निर्भय राय, बैकुंठ शर्मा, अर्जित शाश्वत, अविरल शाश्वत, सुरभि चौबे, अनिल स्वामी, रामकुमार सिंह, राजवंश सिंह,अशोक भट्ट राजेंद्र सिंह, विनोद सिंह पुनीत सिंह, अनुराग श्रीवास्तव, सौरभ तिवारी, रवि सांडिल, राहुल सिंह , दीपक सिंह, अभिषेक पाठक, विनय उपाध्याय, संजय साह,मदन दुबे, पूनम रविदास, दुर्गावती चतुर्वेदी ,जय प्रकाश राय, धन्नजय राय, इंद्रालेश पाठक, रमेश वर्मा, आशानंद , सुनील सिंह, निक्कू तिवारी, अक्षय ओझा,अंजय चौबे,  ओमजी यादव, चंदन पांडेय, दीपक पांडेय, राहुल , चंदन, सोनू  सहित हजारों लोग मौजूद रहे.

वीडियो : 








Post a Comment

0 Comments