उपमुख्यमंत्री ने सिविल सर्जन को किया सम्मानित ..

अस्पताल को साफ-सुथरा और चकाचक बनाने के साथ ही वहां विभिन्न जांच एवं संसाधनों की व्यवस्था ठीक की गई है. अस्पताल में वाह्य रोग विभाग में जहां दो शिफ्ट में रोगियों को सेवाएं दी जा रही है वहीं एसएनसीयू में नवजात शिशुओं को वह सारी सुविधाएं मुफ्त में मिल जा रही है. जिनके लिए उन्हें निजी अस्पतालों में लाखों रुपयों का खर्च करना पड़ता रहा है.





- पटना में आयोजित कार्यक्रम में मिला उप मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान
- नवजात शिशुओं के लिए बना एसएनसीयू महंगे निजी अस्पतालों को दे रहा टक्कर

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ को सूबे के मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के द्वारा पटना में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. यह सम्मान उन्हें मिशन - 60 के तहत केवल 60 दिनों में ही अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर से बेहतरीन बनाने के लिए दिया गया है. सिविल सर्जन को सम्मानित किए जाने पर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने खुशी जताई है. रेड क्रॉस के सचिव तथा रोगी कल्याण समिति के सदस्य डॉ श्रवण कुमार तिवारी ने भी सिविल सर्जन को इस सफलता पर बधाई दी है. साथ ही यह उम्मीद जताई है कि आगामी दिनों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर से बेहतरीन होंगी.


दरअसल, स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने तथा अस्पतालों की व्यवस्था को सुधारने के लिए राज्य सरकार के द्वारा मिशन-60 की शुरुआत की गई है. इसके तहत अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने के साथ-साथ वहां सुविधाओं में भी बेहतरी करनी है. बक्सर सदर अस्पताल को साफ-सुथरा और चकाचक बनाने के साथ ही वहां विभिन्न जांच एवं संसाधनों की व्यवस्था ठीक की गई है. अस्पताल में वाह्य रोग विभाग में जहां दो शिफ्ट में रोगियों को सेवाएं दी जा रही है वहीं एसएनसीयू में नवजात शिशुओं को वह सारी सुविधाएं मुफ्त में मिल जा रही है. जिनके लिए उन्हें निजी अस्पतालों में लाखों रुपयों का खर्च करना पड़ता रहा है.

बक्सर से पीछे छूटा पटना, आरा और गोपालगंज जैसे जिले भी फिसड्डी : 

मिशन-60 के अंतर्गत जो कार्य सदर अस्पताल में किए गए हैं, उसका असर साफ तौर पर दिखने लगा है. जिले के अन्य अस्पतालों की व्यवस्था को भी सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. राज्य के अन्य अस्पतालों की तुलना में बक्सर में मिशन-60 के तहत बेहतर कार्य किए जाने की बात को राज्य सरकार ने भी माना है और पटना, गोपालगंज, भोजपुर(आरा) समेत कई जिलों को छोड़कर बक्सर ओ पुरस्कृत किया है. अन्य जिलों में जहाँ अभी कार्य पूर्ण भी नहीं हुआ है वहीं, बक्सर में बेहतर संसाधनों का लाभ रोगियों ने उठाना भी शुरू कर दिया है.









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