डीडीसी ने लिया जल शोधन संयंत्र का जायजा, दियारा इलाके में आर्सेनिक से मुक्ति की जगी उम्मीद ..

डीडीसी ने कहा कि समय पर तथा पारदर्शी तरीके से योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. डीडीसी ने पंचायत प्रबतिनिधियों व प्रखंड प्रशासन में समन्वय स्थापित करने के लिए प्रत्येक शनिवार को आपस में बैठक कर विकास योजनाओं पर चर्चा तथा समीक्षा का निर्देश भी दिया, ताकि योजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी मिल सके. 






- डीडीसी ने विकास योजनाओं को गति देने के लिए सिमरी बीडीओ व सभी पंचायतों के मुखिया के साथ की बैठक
- बोले विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों में तालमेल जरूरी
 
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : उप विकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल बुधवार को सिमरी पहुंचे. प्रखंड सभागर में बीडीओ व पंचायतों के मुखिया के साथ बैठक की. बैठक में जेई भी उपस्थित थे. डीडीसी ने उनसे जल शोध संयत्र के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की तथा दियारा क्षेत्र में गंभीर हो चुकी आर्सेनिक व फ्लोराईड की समस्या को देखते हुए तत्काल इस संयत्र को शुरु करने का निर्देश दिया है. दशकों से आर्सेनिक व फ्लोराइड का जहर पीने को मजबूर दियारा वासियों में डीडीसी के पहल से खुशी की लहर दौड़ गई है.  




डीडीसी ने कहा कि पंचायतों में विकास के लिए जरूरी है कि प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधि मिलकर काम करे. सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. डीडीसी महेन्द्र पाल ने बुधवार को सिमरी प्रखंड सभागार में बीडीओ व सभी पचायतों के मुखियाओं के साथ बैठक की. उन्होंने बैठक के दौरान ही सिमरी के केशोपुर में बन रहे जलशोध संयत्र को शीघ्र चालू कर लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का निर्देश भी दिया. डीडीसी ने पंचायतों में चल रही विकास की योजनाओं को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया. डीडीसी ने कहा कि समय पर तथा पारदर्शी तरीके से योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. डीडीसी ने पंचायत प्रबतिनिधियों व प्रखंड प्रशासन में समन्वय स्थापित करने के लिए प्रत्येक शनिवार को आपस में बैठक कर विकास योजनाओं पर चर्चा तथा समीक्षा का निर्देश भी दिया, ताकि योजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी मिल सके. 




गौरतलब है कि गंगा के तटीय इलाके के भूमिगत जल में आर्सेनिक व फ्लोराइड की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. जिसका खामियाजा दियारे की एक बड़ी आबादी को भुगतना पड़ रहा है. इस कारण सैकड़ो लोग गंभीर चर्म रोग व पेट संबंधित बीमारियों से ग्रसित हो रहे है. लेकिन डीडीसी के निर्देश के बाद उनमें अब इस बात की उम्मीद जगी है कि जल्दी ही उन्हें मीठे जहर से मुक्ति मिलने वाली है..







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