वह अपनी छोटी बहन के जगह पर पहुंची है और खुद की गलत पहचान बता रही है. न्यायाधीश के आंखों में धूल झोंकने की इस बात को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही महिला को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. साथ ही इस मामले में अन्य आरोपियों तथा अधिवक्ता के विरुद्ध भी नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दे दिया है.
- एसडीजेएम कोर्ट में पकड़ी गई महिला की चालाकी
- सूचिका ने पहचाना और न्यायालय को दी जानकारी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : व्यवहार न्यायालय में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब न्यायालय के समक्ष यह जाहिर हुआ कि दहेज प्रताड़ना मामले में जो महिला न्यायालय न्यायालय में उपस्थित हुई है. वह अपनी छोटी बहन के जगह पर पहुंची है और खुद की गलत पहचान बता रही है. न्यायाधीश के आंखों में धूल झोंकने की इस बात को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही महिला को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. साथ ही इस मामले में अन्य आरोपियों तथा अधिवक्ता के विरुद्ध भी नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दे दिया है.
घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में पिंकी देवी द्वारा दर्ज कराए गए दहेज प्रताड़ना के एक मुकदमे की सुनवाई एसडीजेएम कोर्ट में चल रही है. इस मुकदमे के आरोपी दिनेश चैधरी, प्रियंका देवी और सीता देवी ने जमानत के लिए अदालत में अर्जी लगाई. गुरुवार को दिनेश चौधरी को जेल से न्यायालय लाया गया. प्रियंका देवी और सीता देवी अपने वकील लक्ष्मण पांडेय के साथ अदालत में उपस्थित हुई. लेकिन, सूचिका पिंकी देवी वहां उपस्थित थी, जिसने अदालत को बताया कि खुद को प्रियंका देवी बता रही महिला का असली नाम शीला देवी है, जो प्रियंका की बड़ी बहन है. प्रियंका खुद अदालत में हाजिर नहीं हुई, बल्कि उसकी जगह प्रियंका बन उसकी बड़ी बहन शीला देवी खुद अदालत पहुंच गई है. बात सामने आते ही अदालत ने तत्काल शीला देवी को हिरासत में लेते हुए मुकदमे के सभी आरोपियों तथा उनके अधिवक्ता लक्ष्मण पांडेय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दे दिया. यह मामला न्यायालय में काफी चर्चा का विषय बना रहा.
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