कहा कि इसके अतिरिक्त पावर प्लांट में कार्यरत 5 हज़ार श्रमिकों तथा कई पेटी कांट्रेक्टर को भी मानसिक आघात पहुंचा है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है. कई श्रमिक वापस अपने घर जा चुके हैं. घटना के तीसरे दिन भी कार्य बंद है. बक्सर के विकास के लिए यह परियोजना कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा शायद उपद्रवियों को नहीं है.
- एसजेवीएन के सीईओ मनोज कुमार ने दी जानकारी, कहा - बक्सर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है परियोजना
- स्थानीय किसान में घर में घुसकर मारपीट के विरोध में दर्ज कराई प्राथमिकी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : चौसा थर्मल पावर प्लांट में किसानों के द्वारा की गई आगजनी में लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को तकरीबन 20 करोड़ एवं एसटीपीएल को 5 करोड़ का नुकसान हुआ है. यह नुकसान आकलन के बाद और भी बढ़ सकता है. यह कहना है एसजेवीएन के सीइओ मनोज कुमार का. उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त पावर प्लांट में कार्यरत 5 हज़ार श्रमिकों तथा कई पेटी कांट्रेक्टर को भी मानसिक आघात पहुंचा है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है. कई श्रमिक वापस अपने घर जा चुके हैं. घटना के तीसरे दिन भी कार्य बंद है. बक्सर के विकास के लिए यह परियोजना कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा शायद उपद्रवियों को नहीं है.
किसान ने भी दर्ज कराई प्राथमिकी :
दूसरी तरफ चौसा के किसान नरेंद्र तिवारी के द्वारा मुफस्सिल थानाध्यक्ष अमित कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक चंद्रेश्वर आजाद, चौसा अंचलाधिकारी बृज बिहारी प्रसाद तथा एसटीपीएल के सीइओ मनोज कुमार के अतिरिक्त बीस पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने कहा है कि बिना मुआवजा दिए जबरन प्रशासन के सहयोग से जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा था इसके विरोध में शांतिपूर्ण धरना चल रहा था लेकिन, सभी अभियुक्तों के द्वारा उनके विरुद्ध 3 झूठे मुकदमे किया गया और घर में घुसकर मारपीट भी की गई.
0 Comments