इसके लिए शिक्षकों की वरीयता सूची बनाकर भेजी गई थी लेकिन उसमें काफी संख्या में शिक्षकों का उल्लेख नहीं किया गया है. ऐसे शिक्षक जिन्हें लाभ नहीं मिल रहा उन्होंने जब सूची में त्रुटि का हवाला देते हुए सवाल किया तो जिला शिक्षा पदाधिकारी केवल टाल-मटोल कर रहे हैं.
- कहा - मांगों के संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने नहीं की कोई पहल
- कहा - मांग पूरी होने तक जारी रहेगा धरना - प्रदर्शन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : वरीयता के आधार पर एमएसीपी का लाभ नहीं मिलने से नाराज सेवानिवृत्त शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. उन्होंने कार्यालय में तालाबंदी कर दी. उनका कहना था कि शनिवार की रात सभी शिक्षक पूरी रात जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में बैठे रहे, लेकिन उनकी मांग के संदर्भ में कोई सुनवाई नहीं हुई. सोमवार को उन्होंने कार्यालय में तालाबंदी कर दी और दिन भर कोई काम नहीं होने दिया.
उनका कहना था कि बिहार के प्रारंभिक स्कूलों शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को एमएसीपी (मोडिफाइड अस्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम) 2010 के तहत वित्तीय लाभ दिया जाना है. शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में आदेश जारी कर कहा था कि स्कीम के बाद प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों को भी दूसरे राज्य कर्मी व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की तरह 10, 20 व 30 वर्ष की सेवा पूरी होने पर पहला, दूसरा व तीसरा वित्तीय उन्नयन प्राप्त होना है.
इसके लिए शिक्षकों की वरीयता सूची बनाकर भेजी गई थी लेकिन उसमें काफी संख्या में शिक्षकों का उल्लेख नहीं किया गया है. ऐसे शिक्षक जिन्हें लाभ नहीं मिल रहा उन्होंने जब सूची में त्रुटि का हवाला देते हुए सवाल किया तो जिला शिक्षा पदाधिकारी केवल टाल-मटोल कर रहे हैं. मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी से संपर्क किए जाने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. उधर शिक्षकों का धरना लगातार जारी था.
वीडियो :
0 Comments