संविधान में भी भगवान श्रीराम का उल्लेख मिलता है उसमें भगवान श्री राम और माता जानकी की तस्वीर छपी हुई है. ऐसे में रामचरितमानस अथवा भगवान श्रीराम का विरोध करना संविधान का अपमान है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है.
- मानस का अपमान संविधान का अपमान
- लालू प्रसाद यादव भी करते थे ऐसी ही टिप्पणी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बक्सर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस पर की गई अमर्यादित टिप्पणी पर बोलते हुए कहा कि जो लोग संवैधानिक पद पर बैठे हुए हैं वह रामचरितमानस और भगवान राम पर अमर्यादित टिप्पणी करते हैं. जबकि संविधान में भी भगवान श्रीराम का उल्लेख मिलता है उसमें भगवान श्री राम और माता जानकी की तस्वीर छपी हुई है. ऐसे में रामचरितमानस अथवा भगवान श्रीराम का विरोध करना संविधान का अपमान है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इसके पहले भी लालू प्रसाद यादव जनेऊ तोड़ने तथा "भूरा बाल साफ करो" जैसे नारे देते रहे.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ऐसे ही बयान दे रहे हैं. ऐसे लोग विकृत मानसिकता वाले हैं. सनातन संस्कृति तथा धर्मग्रंथों में कही भी भेदभाव वाली बातें नहीं मिलती है, लेकिन सनातन धर्म को विकृत मानसिकता वाले लोग दुष्प्रचारित करने का काम कर रहे है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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