नियाज़ीपुर में पुलिसिया कार्रवाई पर उठे सवाल : हथियार और शराब बरामदगी मामले में ग्रामीणों के आगे झुकी पुलिस ..

लोगों से खुद को घिरती देख पुलिस ने वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी. तत्काल दोनों ओपी के साथ ही सिमरी पुलिस भी मौके पर पहुंची. लेकिन ग्रामीण मन्नू को निर्दोष बता रहे थे तथा गुप्त सूचना देने वाले को पकड़कर उनके सामने लाने की जिद कर रहे थे. 


 





- मिठाई विक्रेता की गिरफ्तारी के बाद उग्र हुए नियाज़ीपुर के ग्रामीण
- ग्रामीणों ने कहा साजिश के तहत पकड़ रही थी पुलिस

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नियाजीपुर बाजार के एक मिठाई दुकानदार को गिरफ्तार कर रही पुलिस टीम को स्थानीय ग्रामीणों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ा. जिसके बाद पुलिस ने उक्त दुकानदार को छोड़ दिया पुलिस का कहना था कि उनकी दुकानदार से हथियार और शराब की खेप बरामद हुई है लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि यह किसी के द्वारा दुकानदार को फंसाने की साजिश के तहत किया गया है ऐसे में पुलिस की कार्रवाई पर ग्रामीण उग्र हो गए और एक साथ इकट्ठा होकर पुलिस का विरोध करने लगे ग्रामीणों के विरोध के आगे आखिरकार पुलिस को उक्त आरोपी को छोड़ना पड़ा. बाद में पंचायत प्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. रामदास रूपी प्रभारी संजय विकास त्रिपाठी ने कहा कि फिलहाल अब मामले की जांच की जाएगी क्योंकि ग्रामीणों का कहना है कि जहां से हथियार और शराब बरामद हुई है, वह दुकान के बाहर है. ऐसे में यह संभव है कि किसी ने दुकानदार को फंसाने के लिए ऐसा किया है, क्योंकि दुकानदार का चरित्र आपराधिक नहीं रहा है.


इस बाबत मिली जानकारी के मुताबिक रामदास राय के डेरा ओपी पुलिस को सूचना मिली थी कि नियाजीपुर बाजार स्थित ददन साह के मिठाई दुकान में शराब व अवैध कट्टा छिपाकर रखा गया है. संयोग से उस समय तिलक राय के हाता ओपी पुलिस नियाजीपुर बाजार में ही गश्ती अभियान चला रही थी. रामदास राय के डेरा ओपी प्रभारी संजय विकास त्रिपाठी ने इसकी सूचना तिलक राय के हाता ओपी प्रभारी संतोष कुमार को दी. 

उनके निर्देश पर गश्ती टीम ने ददन साह के पुत्र मन्नू साह के मिठाई दुकान में छापेमारी कर एक चौकी के नीचे से शराब की पांच बोतलों के साथ ही एक देशी कट्टा व एक ज़िन्दा कारतूस किया.  इस घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को घेर लिया तथा भोजपुर-कोइलवर तटबंध पथ को नियाजीपुर बाजार में जाम कर दिया. लोगों से खुद को घिरती देख पुलिस ने वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी. तत्काल दोनों ओपी के साथ ही सिमरी पुलिस भी मौके पर पहुंची. लेकिन ग्रामीण मन्नू को निर्दोष बता रहे थे तथा गुप्त सूचना देने वाले को पकड़कर उनके सामने लाने की जिद कर रहे थे. 

मामले को गंभीर होते देख तत्काल पंचायत प्रतिनिधियों को मौके पर बुलवाया गया. इस दौरान स्थानीय निवासी तथा सिमरी प्रखंड प्रमुख नीरज पाठक, राजापुर पंचायत के मुखिया मदन राय, एकौना मुखिया अशोक राय समेत दर्जनभर पंचायत प्रतिनिधि तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने घटना स्थल पर पहुंचे. लोगों तथा पुलिस के बीच जारी गतिरोध को समाप्त कराया. इस दौरान करीब दो घंटे तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा. 










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