वीडियो : सीएम के काफिले के लिए ट्रेन रोकने का आरोप : रेलवे ने कहा - नहीं प्रभावित हुआ परिचालन ..

ईस्ट सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर वीरेंद्र कुमार ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में खाली सवारी गाड़ी को दिन में 14:11 से 14:20 (कुल 9 मिनट) तक रोके जाने की बात सामने आ रही है. रेलवे के स्थानीय अधिकारियों ने बताया था कि गेट जाम है. हालांकि मामले की जांच कराई जा रही है. लेकिन इस गाड़ी को रोकने से परिचालन प्रभावित नहीं हुआ है.




 




- रेलवे ने कहा गेट जाम होने के कारण 9 मिनट रोकी गई थी खाली सवारी गाड़ी
- जिला प्रशासन ने कहा - हमने नहीं रुकवाया है परिचालन, आरोप गलत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सूबे के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की समाधान यात्रा बक्सर से सकुशल आगे की ओर प्रस्थान कर चुकी है. मुख्यमंत्री की इस यात्रा में कोई भी विवाद नहीं होने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. चूंकि मुख्यमंत्री की पिछली यात्राओं के दौरान कई अप्रिय घटनाएं जिले में हो चुकी हैं ऐसे में प्रशासन इस बार मुख्यमंत्री की यात्रा को लेकर काफी सजग था. इसी बीच एक खबर सामने आई कि मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान ट्रेन को 15 मिनट रोक दिया गया. इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही. इस मामले में ईस्ट सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर वीरेंद्र कुमार ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में खाली सवारी गाड़ी को दिन में 14:11 से 14:20 (कुल 9 मिनट) तक रोके जाने की बात सामने आ रही है. रेलवे के स्थानीय अधिकारियों ने बताया था कि गेट जाम है. हालांकि मामले की जांच कराई जा रही है. लेकिन इस गाड़ी को रोकने से परिचालन प्रभावित नहीं हुआ है.


रघुनाथपुर से खाली होकर बक्सर आती है सवारी गाड़ी :

पटना से रघुनाथपुर आने वाली सवारी गाड़ी वापसी में बक्सर से पटना के लिए प्रस्थान करती है ऐसे में रघुनाथपुर से वह गाड़ी खाली होकर बक्सर पहुंचती है और बक्सर से 14:50 बजे वापस पटना के लिए प्रस्थान करती है. ऐसे में उसकी रघुनाथपुर से बक्सर तक की यात्रा रेलवे के रिकॉर्ड में नहीं होती. ना ही रेलवे के आधिकारिक वेबसाइट पर उसके कोई जानकारी दी जाती है. हालांकि इस गाड़ी में अक्सर लोग सवार हो जाते हैं और बक्सर तक की यात्रा करते हैं.

जिला प्रशासन ने कहा - हमने नहीं किया था रोकने का अनुरोध :

जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी विनोद कुमार मुताबिक आमतौर पर दोपहर 2:00 से शाम 5:00 बजे तक बक्सर रेलवे स्टेशन से ट्रेनों की आवाजाही कम होती है ऐसे में मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान जिला प्रशासन के द्वारा ट्रेन रोकने के लिए रेलवे अधिकारियों से कोई अनुरोध नहीं किया गया था. हम लगातार ट्रेनों के आवागमन की जानकारी ले रहे थे. यदि कोई ट्रेन आती तो हम पहले ही मुख्यमंत्री का कारकेड रोक देते.

रेलवे के परिचालन से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि ..

रेलवे के परिचालन से जुड़े स्थानीय आधिकारिक सूत्रों ने मुख्यमंत्री का काफिला दोपहर 2:18 पर रेलवे क्रॉसिंग से गुजरा वक्त रेलवे क्रॉसिंग खुली हुई थी. हालांकि इस दौरान अवसर पर एम्प्टी कोचिंग (सवारी गाड़ी की खाली रेक) लगी हुई थी. संयोग से उसमें कुछ लोग सवार थे जोकि उतरकर प्लेटफार्म की तरफ जा रहे थे. उन्होंने मीडिया कर्मियों के सवाल पर लोगों ने यह बताया कि वह रेलयात्री हैं और उसी ट्रेन से आ रहे थे, जबकि वह रेलवे की खाली ट्रेन थी और उस वक्त रेलवे उसका परिचालन नहीं कर रहा था यह और बात है कि उस गाड़ी पर कुछ यात्री सवार हो गए थे.

समाधान नहीं व्यवधान यात्रा है यह : अश्विनी चौबे

बक्सर के स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा के दौरान ट्रेन को रोका जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह जांच का विषय है कि किसके कहने पर यह ट्रेन रोकी गई थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन के दौरान ट्रेनों को रोकने से बुजुर्ग, महिलाओं तथा अन्य यात्रियों को काफी परेशानी हुई. हम इसकी उच्चस्तरीय जांच कराने के लिए रेल मंत्री से अनुरोध करेंगे.

वीडियो - 1 : 

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