साहित्यकारों के प्रयास से धुल जाएगा भोजपुरी पर लगा अश्लीलता का लांछन : धर्मेंद्र तिवारी

उन्होंने पुस्तक को लाजवाब बताया साथ ही कहा कि भारवि जी तथा भोजपुरी साहित्य मंडल के अन्य साहित्यकारों के सार्थक प्रयास से भोजपुरी भाषा और समृद्ध हुई है. 




- मातृभाषा दिवस के मौके पर जुटे साहित्यकार तथा प्रबुद्ध जन
- भोजपुरी काव्य संकलन "गीत कमाल के" का समारोह हुआ लोकार्पण

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : "भोजपुरी का अपना समृद्धशाली इतिहास रहा है. गीत कमाल के जैसी पुस्तक का प्रकाशन उस लांछन को धो देगा जो भाेजपूरी गीतों को अश्लील कहते हुए पूरी भाषा पर लगता है." यह कहना है अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धर्मेंद्र कुमार तिवारी का. वह नगर के श्रीचंद मंदिर परिसर में मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे इस दौरान उन्होंने साहित्यकार डॉ अरुण माेहन भारवि की भोजपुरी काव्य संकलन "गीत कमाल के" का लोकार्पण किया गया. 


लोकार्पण के बाद अपने उद्बोधन में उन्होंने पुस्तक को लाजवाब बताया साथ ही कहा कि भारवि जी तथा भोजपुरी साहित्य मंडल के अन्य साहित्यकारों के सार्थक प्रयास से भोजपुरी भाषा और समृद्ध हुई है. कार्यक्रम की अध्यक्षता भोजपुरी साहित्य मंडल के अध्यक्ष अनिल कुमार त्रिवेदी एवं संचालन धन्नूलाल प्रेमातुर ने किया.  कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में नप चेयरमैन कमरून निशा फरीदी शामिल रही. 

कार्यक्रम के दौरान हिंदी साहित्य सम्मेलन के आरा जिला अध्यक्ष प्रो बलिराज ठाकुर ने कहा कि भोजपुरी एक अंतर्राष्ट्रीय भाषा के साथ हमारी मातृभाषा भी है. अपने अध्यक्षीय संबोधन में अनिल कुमार त्रिवेदी ने कहा कि भोजपुरी आज विश्व की भाषा हो गई है. इसमें एक से बढकर एक साहित्यकार पैदा हुए है. इसे विश्वविद्यालयों में पढाया एवं शोघ का विषय बनाया जा रहा है. हालांकि अब इसे संविधान की अष्टम अनुसूचि में शामिल कर सरकार को अपनी गलती सुधार कर लेनी चाहिए. 

मौके पर डॉ महेंद्र प्रसाद, सुरेश संगम, डॉ वैरागी प्रभाष चतुर्वेेदी, गोपाल मौर्य, रामप्रवेश दूबे, सुबेदार पांडेय, श्रीधर शास्त्री, रामाकांत तिवारी, महेश्वर ओझा, वशिष्ट पांडेय, राजेश महाराज, राजारमण पांडेय समेत अन्य साहित्यकार कवि तथा आमजन मौजूद रहे. कई साहित्यकारों तथा कवियों ने अपनी रचनाओं को सुनाकर लोगों को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया.














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