व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्पित किया पहला अर्घ्य, गंगा घाटों पर व्यवस्थाओं की खुली पोल ..

विवाह मंडप के ऊपर काफी संख्या में नवयुवकों का जमावड़ा था. अब जर्जर विवाह मंडप कही धंस ना जाए इस भय से भयाक्रांत लोगों ने पुलिसकर्मियों से शिकायत की लेकिन पुलिसकर्मी युवकों को वहां से उतारने के लिए तत्पर नहीं दिखे. 





- आस्था के महापर्व छठ पर लाखों लोगों ने दिया पहला अर्घ्य
- अव्यवस्थाएं बनी रही जन-जीवन पर खतरा

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सूर्योपासना के महापर्व छठ में अस्चलगामी भगवान भुवन भास्कर को श्रद्धालुओं के द्वारा पहला अर्घ्य अर्पित किया गया. शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नदी, नहर, आहार, तालाब के साथ-साथ अपने घरों में बनाए गए कृत्रिम तालाब के समीप पूजन कार्यक्रम संपन्न किया. छठ पर्व को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाने की बात कही गई थी. लेकिन बक्सर नगर के विभिन्न गंगा घाटों पर सुरक्षा के इंतजाम ध्वस्त देखे गए. रामरेखा घाट की बात करें तो घाट के विवाह मंडप के ऊपर काफी संख्या में नवयुवकों का जमावड़ा था. अब जर्जर विवाह मंडप कही धंस ना जाए इस भय से भयाक्रांत लोगों ने पुलिसकर्मियों से शिकायत की लेकिन पुलिसकर्मी युवकों को वहां से उतारने के लिए तत्पर नहीं दिखे. मजिस्ट्रेट संजय कुमार से सवाल करने पर वह भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके. हालांकि, एसडीएम धीरेन्द्र मिश्रा, एसडीपीओ गोरख राम, रेडक्रॉस सचिव डॉ श्रवण कुमार तिवारी नौका से व्यवस्थाओं का जायजा लेते भी देखे गए.


उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो जाएगा चार दिवसीय महानुष्ठान :

चैती छठ में शहरी इलाके से अधिक ग्रामीण इलाके से लोग पहुंचे हुए हैं. पूरी रात छठी मैया के गीत गा रहे हैं. सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो जाएगा. स्थानीय पुजारी पंडित त्रिलोकी नाथ तिवारी ने बताया कि इस पर्व में भगवान भास्कर की आराधना करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. ऐसे में आस्था के इस महापर्व को सभी पूरे मनोयोग से करते हैं.




















Post a Comment

0 Comments