ब्रिटिश राज की व्यवस्था खत्म, अब सुबह-सुबह नहीं लगेगी अदालत ..

अंग्रेजों के समय से जिलों की सभी न्यायालयों में गर्मी में तीन माह अप्रैल, मई और जून में प्रातः कालीन न्यायिक कार्य व्यवस्था चली आ रही थी. इस व्यवस्था और नियम को रद्द करने के बाद बिहार के सभी सिविल कोर्ट व अनुमंडल कोर्ट में दिन में ही न्यायिक कार्य चलेगा. हाईकोर्ट ने राज्य के सभी जिला न्यायाधीशों को आदेश भेजा है. 





- हाई कोर्ट के निर्देश पर बिहार सरकार ने गजट प्रकाशित कर लागू किया नियम
- पुराना नियम रद्द होने पर अधिवक्ताओं व वादकारियों को होगी सहूलियत

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर व्यवहार न्यायालय समेत बिहार के सभी सिविल कोर्ट और अनुमंडल कोर्ट में गर्मी के समय में तीन माह चलने वाली प्रातः कालीन न्यायिक कार्य व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. हाईकोर्ट ने इससे संबंधित नियम को रद्द कर दिया है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद बिहार सरकार ने भी 24 मार्च 2023 को इस बाबत गजट प्रकाशित किया है. अप्रैल के पहले सोमवार यानि कि 3 अप्रैल से न्यायालय सामान्य दिनों की तरह सुबह 10:30 बजे से 4:30 बजे तक चलेंगे.


अंग्रेजों के समय से जिलों की सभी न्यायालयों में गर्मी में तीन माह अप्रैल, मई और जून में प्रातः कालीन न्यायिक कार्य व्यवस्था चली आ रही थी. इस व्यवस्था और नियम को रद्द करने के बाद बिहार के सभी सिविल कोर्ट व अनुमंडल कोर्ट में दिन में ही न्यायिक कार्य चलेगा. हाईकोर्ट ने राज्य के सभी जिला न्यायाधीशों को आदेश भेजा है. 

हाईकोर्ट के आदेश पर जिले के व्यवहार व अनुमंडलीय न्यायालय में भी अपैल माह के पहले सोमवार तीन अप्रैल से चलने वाली प्रातः कालीन न्यायालय को रद्द कर दिया गया है. इस आदेश से वादकारियों व अधिवक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. प्रातःकालीन कोर्ट में न्यायिक कार्य चलने से दूरदराज के पक्षकारों और अधिवक्ताओं को काफी परेशानी होती थी.

हाईकोर्ट के इस आदेश से मुकदमों के पक्षकारों और अधिवक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. अधिवक्ता राघव पांडेय तथा राजेश कुमार ने कहा कि प्रातःकालीन समय में न्यायिक कार्य चलने से दूरदराज के पक्षकारों और अधिवक्ताओं को काफी परेशानी होती थी. पटना सिविल कोर्ट के विधिक सहायता केंद्र के अध्यक्ष अधिवक्ता विक्रमादित्य गुप्त ने फैसले पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्ष से इसके के लिए अभियान चला रहे थे.
अधिवक्ता विक्रमादित्य गुप्त


गर्मियों में न्यायालय को कूल-कूल बनाने की तैयारी :

इस गर्मियों में न्यायालय कूल-कूल रहने वाले हैं. कुछ न्यायालय कक्ष को छोड़कर  सभी न्यायालय और जजों के कक्ष वातानुकूलित किये जा रहे है. अधिवक्ता अब न्यायालय कक्ष में भरी दुपहरी में ठंडी का अहसास कर सकेंगे. प्रायः सभी न्यायालय कक्षों में 2 टन के दो स्प्लिट ए सी लगाये जा रहे हैं.















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