वीडियो : भारी हंगामे के बीच पारित हुआ सवा अरब का नगर बजट, पार्षद ने लगाया सर्वसम्मति नहीं होने का आरोप ..

जो कॉपी उन्हें मिली है उस पर सब कुछ अंग्रेजी में लिखा हुआ है. ऐसे में साफ तौर पर यह जालसाजी है. वार्ड पार्षद के इस आरोप पर उस वक्त मुहर लग गई जब नगर परिषद के चेयरमैन से यह पूछा गया कि बजट कितने का है? तो वह कुछ भी बताने में असमर्थ दिखी. ऐसे में यह बात पूरी तरह से साफ हो गई की बजट की बात उनके भी समझ में नहीं आई. 






- वार्ड पार्षद चक्रवर्ती चौधरी ने किया खुलकर विरोध, लगाए संगीन आरोप
- कार्यपालक पदाधिकारी व मुख्य पार्षद पर मिली भगत का आरोप

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नगर परिषद क्षेत्र के विकास के लिए तकरीबन 1 अरब 26 करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च करने क्या बजट सोमवार को नगर परिषद के मुख्य तथा अन्य पार्षदों की उपस्थिति में पारित किया गया. हालांकि इस बजट को लेकर सर्वसम्मति नहीं बनने की बात कही जा रही है. बक्सर नगर परिषद के वार्ड संख्या 27 के वार्ड पार्षद चक्रवर्ती चौधरी ने तो इसका खुला विरोध किया है और उन्होंने कहा है कि नगर परिषद की मुख्य पार्षद कमरून निशा तथा कार्यपालक पदाधिकारी की मिलीभगत से वार्ड पार्षदों को अंधेरे में रखकर यह बजट पास करा दिया गया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रस्तावित बजट की कॉपी पूर्व में उन्हें नहीं दी गई थी और आज भी जो कॉपी उन्हें मिली है उस पर सब कुछ अंग्रेजी में लिखा हुआ है. ऐसे में साफ तौर पर यह जालसाजी है. वार्ड पार्षद के इस आरोप पर उस वक्त मुहर लग गई जब नगर परिषद के चेयरमैन से यह पूछा गया कि बजट कितने का है? तो वह कुछ भी बताने में असमर्थ दिखी. ऐसे में यह बात पूरी तरह से साफ हो गई की बजट की बात उनके भी समझ में नहीं आई. 

बजट के संदर्भ में नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए जो बजट पारित किया गया है, वह 1 अरब 25 करोड़ 96 लाख 8 हजार 166 रुपये का है. जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट 1 अरब 18 करोड़ 41 लाख 92 हजार 825 रुपये का था. ऐसे में इस वर्ष क्या बजट पिछले वर्ष की तुलना में 8 करोड़ 54 लाख 87341 रुपये अधिक है. 

8 वार्डों के बढ़ते ही दोगुने से ज्यादा बढ़ गया सफाई का बजट :

नगर परिषद क्षेत्र में पहले जहां 34 वार्ड हुआ करते थे वही अब वार्डों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है ऐसे में कुल 8 वार्ड बढ़ाए गए हैं पहले जहां सफाई के लिए सालाना छह करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाती थी वही उसे बढ़ाकर अब 14 करोड़ रुपये कर दिया गया है. इस प्रकार से केवल 8 वार्ड बढ़ने पर सफाई के नाम पर दोगुने से ज्यादा राशि खर्च करने का प्रावधान हो गया. सामाजिक कार्यकर्ता तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता विनोधर ओझा ने इसे जनता के टैक्स के पैसों का खुलेआम दुरुपयोग बताया है.

वीडियो 1 : बजट के बारे में कार्यपालक पदाधिकारी ने दी जानकारी


वीडियो 2 : वार्ड पार्षद ने लगाया गलत तरीके से बजट पास कराने का आरोप 


वीडियो 3 : कितने का बजट है? ... सवाल पूछने पर पसरा सन्नाटा






















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