बताया कि आमतौर पर सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं गड़बड़ होने की शिकायत मिलती है लेकिन सदर अस्पताल पहुंचने पर उन्होंने यह पाया कि यहां की व्यवस्था है बेहतर है डीएम ने कहा कि आइपीडी में तकरीबन 40 रोगी भर्ती हैं. रोगियों के परिजनों ने यह बताया कि सभी दवाएं सदर अस्पताल से ही मिली हैं.
- सदर अस्पताल का पहली बार निरीक्षण करने पहुंचे थे नए जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल
- रोगियों से की बातचीत, जाना मिल रही व्यवस्थाओं का सच
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नव पदस्थापित जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने बीती रात सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के लगभग सभी वार्डों का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाएं देखी. उन्होंने रोगियों तथा उनके परिजनों से भी मुलाकात की और यह अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में उनकी राय जानी. निरीक्षण के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए यह कहा कि व्यवस्थाओं से फिलहाल व संतुष्ट हैं. लेकिन मिशन 60 में जिस प्रकार से अस्पताल की साज सज्जा के साथ-साथ संसाधनों को विकसित किया गया है, ठीक उसी प्रकार से अब मिशन क्वालिटी चलाकर चिकित्सकों की उपस्थिति तथा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जाएगा.
निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने यह बताया कि आमतौर पर सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं गड़बड़ होने की शिकायत मिलती है लेकिन सदर अस्पताल पहुंचने पर उन्होंने यह पाया कि यहां की व्यवस्था है बेहतर है डीएम ने कहा कि आइपीडी में तकरीबन 40 रोगी भर्ती हैं. रोगियों के परिजनों ने यह बताया कि सभी दवाएं सदर अस्पताल से ही मिली हैं. यहां चल रहे इलाज से भी वह संतुष्ट दिखे.
रोगियों को निजी अस्पताल का रास्ता दिखाने वालों पर होगी कार्रवाई:
डीएम से जब यह पूछा गया कि ऐसे कई मामले आते हैं जब यह देखा जाता है कि एंबुलेंस चालक रोगियों को सरकारी अस्पताल से निकालकर निजी अस्पतालों में पहुंचा देते हैं. इस पर डीएम ने कहा कि इसकी भी जांच की जाएगी और ऐसी कोई भी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं होगी. गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई होगी.
कोरोना से लड़ाई के लिए भी तैयार है स्वास्थ्य विभाग :
डीएम ने बताया कि संभावित कोरोना संक्रमण के प्रभाव से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है. अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं, जिससे कि आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थाओं को नियंत्रित किया जा सकेगा.
यहां बता दें कि अस्पताल में मिशन-60 के तहत किए गए कार्यों को लेकर राज्य में भी बक्सर अस्पताल प्रबंधन की तारीफ हुई थी और उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने तत्कालीन सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ को सम्मानित भी किया था.
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