ऊर्जा मंत्रालय के निर्देश पर सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की तैनाती में वाटर पाइप लाइन का निर्माण कार्य शुरू होगा. अब तक 99 फीसद किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है. जो एक फीसद किसान मुआवजा लेने में आनाकानी कर रहे थे. उनका मुआवजा न्यायालय में जमा करा दिया गया है.
- आर्थिक रूप से और अधिक संपन्न हो जाएगा अपना क्षेत्र
- मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था की गारंटी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : चौसा में बन रहे 1320 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट के निर्माण से प्रत्यक्ष के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से भी कई लोग लाभान्वित होंगे. एक तरफ से जहां प्लांट के अंदर रोजगार के अवसर मिलेंगे वहीं प्लांट के बाहर भी छोटी-मोटी दुकानों से लेकर बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स तक आबाद हो जाएंगे. स्वास्थ्य व्यवस्था के क्षेत्र में उन्नति होगी विश्वस्तरीय जीवन रक्षक सुविधाओं से युक्त बेहतरीन हॉस्पिटल खोले जाएंगे. इतना ही नहीं ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े बच्चे महानगरों में अथवा किसी बड़े शिक्षण संस्थान में पढ़े बच्चों से कोई प्रतियोगिता नहीं कर पाते. लेकिन जब पावर प्लांट निर्माण क्षेत्र में देश के किसी बड़े विद्यालय के स्थापना होगी और उसमें प्लांट के अधिकारी और स्थानीय बच्चे एक साथ पढ़ेंगे तो निश्चित रूप से उनमें प्रतियोगिता की भावना आएगी और उनका भविष्य उज्जवल होगा. यह कहना है चौसा थर्मल पावर प्लांट के वरिष्ठ वित्तीय अधिकारी अभय शंकर शुक्ला का.
उन्होंने बताया कि अपने ही परिवार में उन्होंने यह देखा है कि किस प्रकार से बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल देने पर उनकी प्रतिभा निखर कर सामने आती है. वह स्वयं इसका उदाहरण हैं. उन्होंने भी ऐसे ही स्कूल से पढ़ाई की जहां बच्चों के बीच प्रतियोगी भावना थी. ऐसे में कहीं ना कहीं इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से एक तरफ जहां राज्य के लोगों को सस्ते दर पर बिजली मिल जाएगी वही उनके जीवन में भी आमूलचूल परिवर्तन होगा और बच्चों का भविष्य बेहतर हो जाएगा.
जल्द से जल्द शुरु हो बहुजन हिताय से जुड़ा पावर प्लांट :
सामाजिक कार्यकर्ता मतिउर्रहमान बताते हैं कि हमारे हाथ में अपने इलाके और बच्चों का भविष्य है. आज बक्सर वैश्विक पटल पर जगमगाता हुआ सितारा बनने जा रहा है. इससे रोजगार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अवसर तो मिलेंगे ही पावर प्लांट क्षेत्र में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने जा रही हैं. लेकिन अपने निजी स्वार्थ में कुछ लोग बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. जबकि यह स्पष्ट है कि जिन्हें ऐसा लगता है कि उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल रहा वह न्यायालय से न्याय पा ही सकते हैं. सरकार को चाहिए कि वह बहुजन हिताय से जुड़े इस प्लांट को जल्द से जल्द शुरु कराए.
जल्द ही शुरू हो जाएगा वॉटर पाइपलाइन का निर्माण कार्य :
थर्मल पावर प्लांट भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना है. इसके निर्माण में हो रहे विलंब से कहीं ना कहीं सरकारों की साख पर ही बट्टा लग रहा है. ऐसे में ऊर्जा मंत्रालय के निर्देश पर सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की तैनाती में वाटर पाइप लाइन का निर्माण कार्य शुरू होगा. अब तक 99 फीसद किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है. जो एक फीसद किसान मुआवजा लेने में आनाकानी कर रहे थे. उनका मुआवजा न्यायालय में जमा करा दिया गया है. जहां से वह अपना मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं सरकार ने उन्हें यह ऑप्शन दिया है कि यदि उन्हें मुआवजे को लेकर आपत्ति है तो वह न्यायालय में अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं. न्यायालय का फैसला आने पर यदि मुआवजा बढ़ता है तो बढ़ी हुई दर से भी उन्हें भुगतान कर दिया जाएगा.
जून में शुरू होनी थी पहली यूनिट, अब दिसंबर 2023 है लक्ष्य :
पावर प्लांट के सीइओ मनोज कुमार ने बताया कि थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन जून 2023 में शुरु हो जाना था लेकिन कुछ किसानों के साथ जो गतिरोध शुरू हुआ. उसके कारण यह अब तक नहीं शुरु हुआ है. लेकिन अब एक बार फिर भारत सरकार और बिहार सरकार के सहयोग से निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ है और दिसम्बर 2023 तक पहले यूनिट को शुरू कर लिए जाने का लक्ष्य है. करीब 12 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है जिसके लिए बैंक से 70 फीसद ऋण लिया गया है. इस ऋण का ब्याज बैंक हर महीने ले रही है. लेकिन बिजली उत्पादन शुरु होने में लगातार व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. पावर प्लांट के निर्माण में अनावश्यक विलंब से उत्पादित बिजली भी महंगी हो जाएगी. जिसका सीधा नुकसान आम जनता को होगा. ऐसे में जनहित को ध्यान में रखते हुए अब और अधिक विलंब नहीं किया जाएगा.
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