क्राइम कंट्रोल के लिए पुलिस सख्त : चलेगा "रोको-टोको-फोटो अभियान" ..

कहना है कि उनके विद्यालय में पढ़ने वाली बच्चियों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं. कई टीनएजर तथा युवा विद्यालय में प्रवेश कर जाते हैं और टोकने पर झगड़ा तक करने को उतारु हो जाते हैं. निश्चित रूप से इस तरह का अभियान चलाकर उन पर अंकुश लगाया जा सकता है. 




- बाइकर्स पर रहेगी विशेष नज़र, खींची जाएगी फ़ोटो
- विद्यालयों के आसपास सादे कपड़ों में तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी


बक्सर टॉप न्यूज,  बक्सर बिहार में बढ़ते क्राइम के ग्राफ को रोकने के लिए पुलिस ने विशेष रणनीति तैयार की है. पूर्व डीजीपी एके सिंघल के समय से चले आ रहे रोको-टोको अभियान को अब और गति दी जाएगी. रोको-टोको अभियान के साथ रोको-टोको-फोटो अभियान चलेगा. इस अभियान के द्वारा सड़क पर घूमने वाले बाइकर्स पर  पुलिस नज़र रखेगी. उनसे बे मतलब सड़क पर घूमने का कारण पूछेगी और बार-बार घूमते देखे जाने पर तस्वीर खींच कर उसे अपने रिकॉर्ड में संदिग्ध के रूप में रखेगी. इतना ही नहीं यदि कोई टीनएजर सड़क पर बाइक लेकर सड़क पर निकलता है तो उसके अभिभावक को भी फोन किया जाएगा तथा बाइक को जब्त कर भारी जुर्माना लगाया जाएगा. इसके अतिरिक्त विद्यालयों के आसपास सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों के तैनात किए जाने की योजना है.


पुलिस के द्वारा बताया गया है कि बाइक चोरी से लेकर कई आपराधिक घटनाओं में बीते कुछ दिनों में टीएनएजर्स की संलिप्तता के मामले सामने आने के बाद पुलिस उन पर ज्यादा ध्यान दे रही है. दरअसल, किशोर उम्र के बच्चे सही-गलत में अंतर नहीं कर पाते और जाने-अनजाने अपराध के दलदल में धंसते चले जाते हैं. ऐसे किशोरों की उनके परिजनों के साथ ही काउंसलिंग होगी. जिससे कि उनकी मनोदशा को समझा जा सके और समाज में युवाओ की एक स्वस्थ्य पौध तैयार की जा सके.

एमपी उच्च विद्यालय के प्राचार्य ने भी की शिकायत : 

एमपी उच्च विद्यालय के प्राचार्य विजय मिश्रा का कहना है कि उनके विद्यालय में पढ़ने वाली बच्चियों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं. कई टीनएजर तथा युवा विद्यालय में प्रवेश कर जाते हैं और टोकने पर झगड़ा तक करने को उतारु हो जाते हैं. निश्चित रूप से इस तरह का अभियान चलाकर उन पर अंकुश लगाया जा सकता है. पुलिस को यहां सादे कपड़ों में तैनात रहना चाहिए. डुमरांव निवासी सामाजिक मंच के संयोजक प्रदीप शरण का कहना है कि स्कूलों के साथ ही राजगढ़ व साफखाना रोड में महिला पुलिस की तैनाती जरूरी है.

नशा बना युवा पीढ़ी के नाश का कारण :

जानकर बताते हैं कि शराबबंदी के बाद हेरोइन, गांजा और ऐसे ही अन्य मादक पदार्थो की लत युवाओं को लग चुकी है. (हालांकि, यह बात और है कि शराब अब गैर कानूनी ढंग से होम डिलीवरी पर उपलब्ध है.) ऐसे में युवाओं को हेरोइन आदि खरीदने के लिए दिन भर में 200 से 500 रुपयों की तलब होती है, जिसके लिए वह ई-रिक्शा चलाने, मजदूरी करने के साथ ही चोरी-चकारी भी करते हैं. 

महंगी बाइक का चल पड़ा फैशन, हेलमेट पहने में आती है शर्म :

नगर थाने के दारोगा तथा पूर्व ट्रैफिक प्रभारी अंगद सिंह बताते हैं कि ट्रैफिक नियमों का अनुपालन कराने के दौरान वह हमेशा यह देखते हैं कि आज के युवाओं तथा किशोरों में भी महंगी बाइक चलाने का शौक है. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि अधिकांश हेलमेट पहनना जरूरी नहीं समझते और जो पहनते भी हैं वह उसकी बेल्ट नहीं बांधते. हर रोज औसतन 10 हज़ार रुपये का जुर्माना नगर में वसूला जाता है लेकिन, ऐसे युवाओं की आदतों में सुधार कभी दिखाई नहीं देता. जो कि उनके और समय मृत्यु का कारण होता है. निश्चय ही अभिभावकों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.

कहते हैं अधिकारी :

रोको-टोको-फोटो अभियान पूर्व से भी चलता रहा है आगे भी उसे और गति दी जाएगी. सभी थानाध्यक्ष को निर्देशित किया गया है कि अपने इलाके में अपराध नियंत्रण के लिए लगातार प्रयासरत रहे. वाहन आदि की जांच की जाती रहे और असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई भी नियमित रूप से होती रहे.

मोहम्मद अशफाक अंसारी,
पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय, बक्सर















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