वीडियो : शिक्षकों के देर से आने और पहले जाने पर बवाल, प्रधानाध्यापिका ने कहा - मेरी भी नहीं सुनते ..

शिक्षक ने बताया कि वह घर के एकलौते सदस्य हैं. उनके ऊपर उनकी मां और पत्नी की जिम्मेदारी है. ऐसे में विद्यालय आने में विलंब हो जाता है. शौचालय के सवाल पर उन्होंने कहा कि शौचालय में महिला शिक्षिकाएं तथा बच्चे भी जाते हैं. ऐसे में वह इस शौचालय का इस्तेमाल नहीं करना चाहते.






- नगर के गौरी शंकर मध्य विद्यालय का मामला
- दो शिक्षकों पर लगा देरी से आने और पहले जाने का आरोप


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नगर के सोहनी पट्टी स्थित गौरी शंकर मध्य विद्यालय में शिक्षकों के विलंब से आने के कारण अभिभावक तथा स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए लोगों का कहना है कि शिक्षक हर रोज विलंब से आते हैं और जल्द ही चले जाते हैं. ऐसे में बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित होता है. खास बात यह है कि इस बात की शिकायत करने के बावजूद प्रधानाध्यापक के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती. हंगामे की बात सुनकर विद्यालय से चरित्रवन मोहल्ले के कॉलेज गेट के समीप स्थित अपने घर चले गए शिक्षक प्रिंस कुमार दौड़े-भागे वहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि वह शौच के लिए चले गए थे. उन्होंने कहा कि वह अपने घर में अकेले हैं. ऐसे में उन्हें विद्यालय आने-जाने में परेशानी होती है. हालांकि बाद में उन्होंने अभिभावकों के समक्ष कहा कि वह आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे.


दरअसल, सोहनी पट्टी स्थित गौरी शंकर मध्य विद्यालय में दो शिफ्ट में पढ़ाई होती है. पहले शिफ्ट में सुबह से लेकर 8:30 बजे तक और फिर दूसरे शिफ्ट में 9:00 से 10:30 बजे तक विद्यालय का संचालन हो रहा है. शिक्षकों के आने का समय विद्यालय का पठन-पाठन प्रारंभ होने से शैक्षणिक गतिविधि समाप्त होने के एक घंटे बाद तक है लेकिन शिक्षक प्रतिदिन देर से विद्यालय आते हैं और हाजिरी बनाकर फिर घर चले जाते हैं. 

ऐसे ही एक शिक्षक प्रिंस कुमार मंगलवार को सुबह 9 बजे से विद्यालय से गायब हो गए  दरअसल. हर रोज वह हाज़िरी बनाकर ऐसे ही घर चले जाते हैं. लेकिन आज अभिभावक सुबह से वहां बैठकर यही देख रहे थे. शिक्षक के जाने के कुछ देर के बाद अभिभावक विद्यालय में पहुंचे और जब प्रधानाध्यापिका से पूछताछ की पहले तो वह कुछ जवाब नहीं दे पा रही थी. लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि शिक्षक प्रतिदिन ऐसा ही करते हैं और वह कुछ नहीं कर पाती. इसी बीच किसी ने शुभचिंतक ने शिक्षक को फोन कर दिया और शिक्षक भागे-भागे विद्यालय पहुंचे उस समय दिन के 10:30 बज रहे थे. 

दूसरे शिक्षकों के इस्तेमाल किए शौचालय में नहीं जाते शौच :

शिक्षक ने सबके सामने बहाना बनाया कि वह शौच के लिए गए थे जबकि विद्यालय में पहले से एक शौचालय है. पत्रकारों से बातचीत के क्रम में शिक्षक ने बताया कि वह घर के एकलौते सदस्य हैं. उनके ऊपर उनकी मां और पत्नी की जिम्मेदारी है. ऐसे में विद्यालय आने में विलंब हो जाता है. शौचालय के सवाल पर उन्होंने कहा कि शौचालय में महिला शिक्षिकाएं तथा बच्चे भी जाते हैं. ऐसे में वह इस शौचालय का इस्तेमाल नहीं करना चाहते.

हर रोज विलंब से आते और पहले जाते हैं दो शिक्षक, जमाते हैं धौंस :

स्थानीय वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजेश यादव बताते हैं कि चंद्रभूषण राय तथा प्रिंस कुमार नामक दोनों शिक्षक लगातार कई दिनों से विलंब से आ रहे हैं. लोगों की शिकायतों के मद्देनजर उन्होंने प्रधानाचार्य से बात की लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. राजेश यादव का कहना है कि शिक्षक यह भी धमकी देते हैं कि उनकी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से अच्छी साठगांठ है. ऐसे में कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता.


कहती हैं प्रधानाध्यापिका :

शिक्षकों के द्वारा काफी दिनों से ऐसा किया जा रहा है. कई बार उनके शिकायत अधिकारियों से की जाती है, जिसके बाद अधिकारियों के द्वारा उनका वेतन आदि काटने की कार्रवाई होती है. लेकिन बावजूद इसके शिक्षक अपने आदतों में सुधार नहीं लाते.

रंजू मिश्रा,
प्रधानाध्यापिका, गौरी शंकर मध्य विद्यालय

वीडियो : 







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