जिला खनन पदाधिकारी पर घूस लेने का आरोप, फोन-पे से ट्रांसफर किए गए पैसे ..

बताया कि उनके मजबूर करने पर ट्रक मालिक ने उनके पे फोन नंबर जो सरिता तिवारी के नाम से था 20 हजार रुपये ट्रांसफर किए तथा 30 हजार रुपये नकद दिए. लेकिन इसके बाद भी वे मेरा ट्रक नहीं छोड़ा तथा और पच्चास हजार रूपए की मांग करने लगे. जिसके बाद ट्रक चालक  ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है.
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- ट्रक छोड़ने के नाम पर 50 हज़ार रुपये घूस लेने का आरोप
- पिछले महीने भी लगा था काफी संख्या में ट्रकों को छोड़ने का आरोप

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के प्रभारी खनन पदाधिकारी सह सीनियर डिप्टी कलेक्टर श्रेयांस तिवारी पर एक ट्रक चालक ने गम्भीर आरोप लगाया है. ट्रक चालक का यह आरोप है कि जिला खनन पदाधिकारी श्रेयांश तिवारी ने ट्रक छोड़ने के लिए 50 हजार रूपए का रिश्वत मांगी है. उसने बताया कि 30 हजार नकद और 20 हजार रूपए उनके पे फोन पर डाला है. उसके बाद भी  उसकी ट्रक नहीं छोड़ा तथा और अब 50 हजार रुपये की डिमांड कर रहे हैं. ट्रक चालक ने साक्ष्य के तौर पर मीडिया को फोन-पे का स्क्रीन शॉर्ट तथा राजपुर थाने को स्पीड पोस्ट से भेजा गया आवेदन पत्र साझा किया है. जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कम्प मच गया है. ट्रक चालक के द्वारा लगाए गए आरोप को लेकर सीनियर डिप्टी कलेक्टर के नम्बर पर लगातार फोन किया गया. लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई ऐसे में उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका.

यूपी का रहने वाला है ट्रक चालक :

प्रभारी जिला खनन पदाधिकारी सह सीनियर डिप्टी कलेक्टर पर आरोप लगाने वाला ट्रक चालक राम आशीष सिंह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के दिलदारनगर थाना क्षेत्र के फूली गांव का रहने वाला है. उसने राजपुर पुलिस व बक्सर एसपी को आवेदन दे बताया है कि वह 12 चक्का ट्रक संख्या यूपी 61टी 1785 का चालक है, यह ट्रक रविशंकर राय की है तथा इसकी देखरेख उनके भाई गंगाफल राय करते हैं. उसने बताया है कि वह 14 जून को औरंगाबाद के दाउदनगर बालू घाट से अंडरलोड बालू लेकर चौसा प्रखंड के रामपुर गांव स्थित राजेश कुमार राय के यहा आ रहा था. लेकिन रामपुर देवल मोड़ के पास खनन निरीक्षक आकाश कुमार चार-पांच सिपाहियों के साथ उसकी गाड़ी रूकवा उसे देवल पुल के पास तक ले गए और कहा कि तुम बिना चालान यूपी में बालू लेकर जा रहे हो, तुम्हारा ट्रक जब्त कर लिया गया है. इसके बाद वह लोग ट्रक को लेकर बक्सर बाजार समिति चले गए. चालक ने कहा कि मैंने फोन से इसकी सूचना मालिक के भाई को दी. वे मेरे साथ अगले दिन से 16 जून तक बाजार समिति का दौड़ लगाते रहे, लेकिन कोई अधिकारी नहीं मिला. 17 जून को समाहरणालय में जिला खनन पदाधिकारी श्रेयांश तिवारी से मुलाकात हुई. उन्होंने कहा कि ट्रक पर 2 लाख 35 हजार रूपये का जुर्माना लगा है. उन्होंने कहा कि जिन पांच ट्रकों को जब्त किया गया था. उनमें से एक ट्रक को हमलोग मैनेज कर छोड़ दिए है. तुम भी 50 हजार रूपये देकर ट्रक ले जा सकते हो. 

चालक ने बताया कि उनके मजबूर करने पर ट्रक मालिक ने उनके पे फोन नंबर जो सरिता तिवारी के नाम से था 20 हजार रुपये ट्रांसफर किए तथा 30 हजार रुपये नकद दिए. लेकिन इसके बाद भी वे मेरा ट्रक नहीं छोड़ा तथा और पच्चास हजार रूपए की मांग करने लगे. जिसके बाद ट्रक चालक  ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है.

पिछले महीने भी लगा था गम्भीर आरोप :

18 मई 2023 को जिले के गंगा नदी पर बने नए पुल के सहारे बिहार यूपी के बीच हो रहे लाल बालू के काला कारोबार को उजागर करते हुए, एक साथ बालू लदे 45 ट्रकों को जब्त कर प्रभारी जिला खनन पदाधिकारी ने पूरे बिहार में हड़कंप मचा दिया था. उस समय मीडिया को बयान देते हुए उन्होंने कहा था कि यूपी बिहार के बॉर्डर से कुल 45 ट्रक को जब्त किया गया है. जिनका चालान बक्सर तक ही वैलिड था और वह यूपी में जाने का प्रयास कर रहे थे. सभी ट्रकों पर एफआइआर कर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि दो दिन बाद जिला प्रशासन के ही एक अधिकारी ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि, रातों रात 23 ट्रक को मैनेज कर छोड़ दिया गया. यह बात सामने आते ही अधिकारी छुट्टी पर निकल गए और ठीक एक महीने बाद फिर एक ट्रक चालक ने गम्भीर आरोप लगाया है.









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