आसमान से बरस रही आग, दो दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं, स्वास्थ्य विभाग बांट रहा ओआरएस ..

कहना है कि उनके अस्पताल में इन दिनों लू की चपेट में आए रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है. कई रोगी तो मरणासन्न अवस्था में पहुंचते हैं, जिन्हें बहुत मुश्किल से बचाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस मौसम में यह जरूरी है कि लोग धूप में निकलने से परहेज करें. ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें और तबीयत खराब हो तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें.






- बक्सर में 43 डिग्री सेल्सियस रविवार का तापमान
- शुक्रवार से लगातार बनी है यही स्थिति

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले में मौसम अपना कहा बरपा रहा है आसमान मानो आग के गोले बरस रहे हैं. बक्सर में रविवार का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस मापा गया है. मौसम विज्ञान विभाग ने बक्सर समेत सूबे के 6 जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया है. दिन में 10:00 बजे से 3:00 बजे तक अत्यावश्यक कार्य ना होने पर घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है यह स्थिति आगामी दो दिनों तक बने रहने की संभावना है. दिन में जहां सड़कें सूनी दिखाई दे रही हैं वहीं, अस्पतालों में भी गर्मी की मार से परेशान रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि, सर्दी बुखार तथा अन्य छोटे-मोटे इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचने वाले रोगियों ने घर में ही रहने में भलाई समझी है. गर्मी में बच्चों के बीच उल्टी और दस्त के लक्षण डायरिया के संकेत देते हैं. डायरिया से बचाव के लिए स्वास्थ विभाग के द्वारा महा अभियान चलाया जा रहा है जिसमें लोगों के घरों पर पहुंचकर ओआरएस के पैकेट बांटे जा रहे हैं. यह अभियान 15 जून से जारी है जो कि 30 जून तक चलेगा. 

नगर के प्रतिष्ठित साबित खिदमत फाउंडेशन अस्पताल के निदेशक डॉ दिलशाद आलम ने कहा है कि इस मौसम में लोग ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें, क्योंकि पसीने के माध्यम से शरीर का पानी बाहर निकल जाता है और शरीर में पानी की कमी हो सकती है. अत्यावश्यक कार्य ना हो तो घरों से बाहर ना निकला जाए. ऐसा कर हम खुद को मौसम की मार से बचा सकते हैं. नगर के प्रतिष्ठित वी के ग्लोबल अस्पताल के निदेशक डॉ वी के सिंह का कहना है कि उनके अस्पताल में इन दिनों लू की चपेट में आए रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है. कई रोगी तो मरणासन्न अवस्था में पहुंचते हैं, जिन्हें बहुत मुश्किल से बचाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस मौसम में यह जरूरी है कि लोग धूप में निकलने से परहेज करें. ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें और तबीयत खराब हो तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें.

सामाजिक कार्यकर्ता ने लोगों से किया यह आग्रह :

सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप शरण ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि सुबह नौ बजे के बाद और शाम पाँच बजे के पूर्व बेवजह घर से बाहर न निकलें. बहुत जरूरी कार्य पड़ने पर ही सिर को ढक कर घर से बाहर निकलें. बिना खाना खाये हुए किसी भी स्थिति में घर से बाहर न निकलें. घर से बाहर न निकलने की स्थित में अपने साथ अल्पाहार एवं पीने का पानी अवश्य रखें. पशु-पक्षियों के लिए अपेक्षित स्थानों पर छोटे-छोटे पात्रों के साथ-साथ अस्थायी गढ्ढे बना कर पानी की व्यवस्था करें.











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