पुआल के ढेर से प्रकट हुए भगवान शिव और साईं बाबा ..

कयास यह लगाया जा रहा है कि चोर कहीं से इन दोनों मूर्तियो की चोरी कर ला रहे होंगे जिन्हें यहां छिपाया होगा. दोनों मूर्तिया  चांदी की हैं. मशीन से पुआल का बिचाली काटने के दौरान इन मूर्तियो पर मजदूरों की नजर पड़ी.  दिनों मूर्तियों में एक भगवान शिव का और दूसरा साई बाबा का है.







- बिचाली काटने के दौरान चांदी की दो मूर्तियो पर पड़ी मजदूरों की नजर
- स्थानीय लोगो ने पुलिस को दी सूचना 660 ग्राम है दोनों प्रतिमाओं का वजन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र के रेका गांव स्थित  पुआल के ढेर से भगवान शिव और साई बाबा के प्रकट होने की सूचना मिलते ही दर्शन करने वाले लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. देखते ही देखते सैकड़ो लोगों जुट गई. कोई इसे ईश्वर का चमत्कार तो कोई चोरों का करतूत बता रहा था. हालांकि विवाद बढ़ता देख किसी ने पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद पुलिस ने दोनों मूर्तियो को जब्त कट जांच पड़ताल शुरू कर दी है. कयास यह लगाया जा रहा है कि चोर कहीं से इन दोनों मूर्तियो की चोरी कर ला रहे होंगे जिन्हें यहां छिपाया होगा. दोनों मूर्तिया  चांदी की हैं. मशीन से पुआल का बिचाली काटने के दौरान इन मूर्तियो पर मजदूरों की नजर पड़ी.  दिनों मूर्तियों में एक भगवान शिव का और दूसरा साई बाबा का है.

मिली जानकारी के अनुसार रेंका गांव निवासी  भरत राजभर पशु चारा के लिए पुआल काट रहे थे. तभी पुआल में से दोनों मूर्तियां जमीन पर गिर पड़ी. जिसे देख सभी आवक रह गए. पुआल काट रहे किसानों ने दोनों मूर्तियों को उठाकर बगल के पेड़ के नीचे रख दिया. जिसकी सूचना पहले गांव के मुखिया और सरपंच को दी गई. जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी सूचना सिकरौल थाना को दी गई. मौके पर पहुची पुलिस ने दोनो मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया है. ग्रामीण इसे दैवीय चमत्कार मान रहे है. तो पुलिस इस बात की जानकारी एकत्रित करने में लगी हुई है कि इन दोनों मूर्तियो की चोरी कहां से की गई है? साथ ही इस पुआल में छुपाने के पीछे का मकसद क्या है?

कहते हैं मुखिया प्रतिनिधि :

मामले की जानकारी देते हुए मुखिया प्रतिनिधि रवि उपाध्याय ने बताया कि, पुआल की कटाई हो रही थी. इसी दौरान पुआल के ढेर में छुपा कर रखी गई भगवान शिव जी और साईं बाबा की प्रतिमा मूर्ति बरामद हुई है. देखने से मूर्ति चांदी की लग रही है. दोनों मूर्तियों की कीमत 28 हज़ार से ज्यादा बताई जा रही है. पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर यह मूर्ति पुआल के ढेर में आई कैसे?

कहते हैं थानाध्यक्ष :
दोनों मूर्तियां चांदी की है, जिसका वजन 660 ग्राम है. अनुमानित कीमत 28 हजार रुपया है. इसकी जांच की जा रही है कि मूर्तियां आखिर यहां तक कैसे आई तथा इन मूर्तियों को कहां से चुराया गया हैं. 
संजीव कुमार
थानाध्यक्ष, सिकरौल








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