लू की चपेट में आकर मनरेगा श्रमिक की मौत ..

सूचना पर पहुंचे पूर्व मुखिया लाल साहब सिंह ने सरकार से उचित मुआवजा राशि की मांग की है. साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि एक तरफ जहां दिन में श्रमिकों से काम लेने पर मनाही है किस परिस्थिति में श्रमिकों से मनरेगा का कार्य कराया जा रहा था?




- दिन में 11:00 बजे तबीयत खराब होने पर घर लौट रहे थे श्रमिक
- दिन में काम कराने को लेकर व्यवस्था पर उठे सवाल

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : एक तरफ जहां मौसम के तेवर देखते हुए लोगों को दिन में घरों से नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है वहीं दिन की कड़ी धूप में राजपुर थाना क्षेत्र के खीरी पंचायत में काम के दौरान 60 वर्षीय श्रमिक की लू लगने से मौत हो गई है. वह मनरेगा के अंतर्गत करहा की सफाई कर रहे थे. उनकी तबीयत खराब हुई और उन्हें घर भेज दिया गया. लेकिन घर पहुंचने से पूर्व ही वह पेड़ के नीचे आराम करने बैठे और वहीं उनके प्राण पखेरु उड़ गए. घटना की जानकारी कई घंटों के बाद उनके अन्य साथियों को मिली, जिसके बाद उनके परिजनों को इस बात की जानकारी से अवगत कराया गया. घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मच गया. 

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पंचायत में खीरी पुल के नहर से मुख्य पथ तक करहा का सफाई का काम चल रहा था. मुखिया के देखरेख में दर्जनभर मजदूर इस योजना में काम कर रहे थे तभी सुबह तकरीबन 11 बजे गांव के ही सुदर्शन साह नामक 60 वर्षीय श्रमिक की तबीयत खराब हो गई. जिसने काम करने वाले अन्य मजदूरों को जानकारी दी. जहां से छुट्टी लेकर यह घर के लिए चल पड़े. कुछ ही दूरी पर साह के बगीचा के पास पीपल के पेड़ के पास यह आराम करने के लिए बैठे. वही उनकी मौत हो गई. तकरीबन डेढ़ घंटे बाद जब अन्य मजदूर काम करके वापस घर लौटने लगे. उसी समय पेड़ के नीचे इन्हें पड़ा देखा और उन्हें उठा कर घर ले गए जहां स्थानीय चिकित्सक ने स्वास्थ परीक्षण किया तो उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर पहुंचे पूर्व मुखिया लाल साहब सिंह ने सरकार से उचित मुआवजा राशि की मांग की है. साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि एक तरफ जहां दिन में श्रमिकों से काम लेने पर मनाही है किस परिस्थिति में श्रमिकों से मनरेगा का कार्य कराया जा रहा था?

मामले में मनरेगा पीओ मोहम्मद सज्जाद जहीर ने कहा कि मजदूर की मौत हुई है काफी दुखद है. मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को सलाह दी गई है कि लोग सुबह और शाम को काम करेंगे. हालांकि, मनरेगा पीओ ने यह नहीं बताया कि किन परिस्थितियों में मजदूर दिन में काम कर रहे थे.









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