वह मूर्छित होकर गिर पड़े तुरंत ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें अन्यत्र ले जाने की सलाह दी. लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. इसी बीच मृतक के छोटे पुत्र नीरज कुमार की भी हालत खराब हो गई.
- जिला मुख्यालय के मुक्तिधाम में हुआ हादसा
- परिजनों के बीच मचा है कोहराम
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : मौसम की मार से हर कोई परेशान है. लगातार लू की चपेट में आकर लोगों की मौतों की खबर सुनने को मिल ही रही है. इसी बीच रविवार एक ऐसा हादसा हुआ जिसने सुना उसके मुंह से बरबस ही आह निकल गई. दरअसल, एक व्यक्ति लू की चपेट में आकर मृत अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए चरित्रवन के मुक्तिधाम में पहुंचे हुए थे वहां पिता को मुखाग्नि देने के बाद जैसे ही वह पीछे मुड़े अचेत होकर गिर पड़े. आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने बताया कि भीषण गर्मी के कारण उन्हें स्ट्रोक आया है, जिसके बाद उन्हें अन्यत्र ले जाने की सलाह दी गई. परिजनों ने लेकर वाराणसी जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. इसी बीच मृतक के दूसरे पुत्र की भी तबीयत खराब होने लगी. मालूम चला कि उसे भी लू ने अपनी चपेट में ले लिया है. तुरंत ही उसे नगर के विश्वामित्र अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है. घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है.
घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र के दीघा गांव निवासी राजनाथ सिंह नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. उनकी मृत्यु के पश्चात उनका अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन शव लेकर बक्सर के चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में पहुंचे थे. यहां उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था. बड़े पुत्र विनय कुमार ने उन्हें मुखाग्नि दी और घाट के किनारे खड़े हो गए. इसी बीच वह मूर्छित होकर गिर पड़े तुरंत ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें अन्यत्र ले जाने की सलाह दी. लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. इसी बीच मृतक के छोटे पुत्र नीरज कुमार की भी हालत खराब हो गई. जिन्हें तुरन्त बक्सर के गोलंबर के समीप स्थित विश्वामित्र अस्पताल पहुंचाया गया. जहां निदेशक डॉ राजीव झा के दिशा निर्देश में चिकित्सकों की टीम ने तत्परता से नीरज का इलाज शुरू किया और फिलहाल उनकी स्थिति बताई जा रही है. एक ही दिन में पिता और पुत्र की दर्दनाक मौत ने सब को झकझोर दिया है.
हर दिन आ रहे लू लगने के मरीज :
नगर के विश्वामित्र अस्पताल के निदेशक ने बताया कि उनके यहां हर रोज लू लगने के मरीज पहुंचे हैं. प्रतिदिन लगभग 5 से 6 मरीज ऐसे पहुंचते हैं जिनकी मौत पहले ही हो गई होती है. कई मरीज ससमय पहुंच जाते हैं उन्हें इलाज कर उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दी जा रही है.
लू लगने पर करें यह काम :
चिकित्सक डॉ राजीव झा ने बताया कि लू लगने पर आजकल बुखार 106 डिग्री से ऊपर चला जा रहा है. ऐसे में परिजन विलंब ना करें. लू के लक्षण दिखाई देने पर बर्फ अथवा ठंडे पानी में कपड़े को भिंगा कर मरीज के शरीर को पोछा जाए. संभव हो तो उसे नहला भी दिया जाए और तुरंत ही नजदीकी चिकित्सा केंद्र में ले जाया जाए, ताकि उसका इलाज शुरु हो सके. उन्होंने कहा कि आम तौर पर 106 डिग्री सेंटीग्रेट बुखार बहुत ज्यादा माना जाता है. लेकिन लू के मामलों में लोगों को 108 डिग्री तक बुखार हो जा रहा है. लेकिन इसमें घबराने नहीं बल्कि तत्परता दिखाने की जरूरत है.
घर से बाहर निकलने से बचे, अगर निकले तो बरते यह एहतियात :
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग गर्मी के दिनों में घर से बाहर निकलते हैं, वह तरल पदार्थ का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें. अगर 7 से 8 घंटे उन्हें पेशाब ना हो तो वह पहले छायादार जगह में बैठकर भरपूर पानी पिए पेशाब के द्वारा शरीर की गर्मी को बाहर निकाले. ऐसा करने से शरीर पर लू का पर प्रभाव नहीं पड़ेगा.
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