ट्रेन की गेट पर बैठकर सफर के शौक ने पहुंचाया अस्पताल, मिली जीवन भर की सज़ा ..

अब चिकित्सक बता रहे हैं कि वह कभी भी दोनों पैरों से चल नहीं सकेगा. बक्सर सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी के ट्रामा सेंटर में भेज दिया गया. जहां फिलहाल वह जीवन मौत से जूझ रहा है.





 
- दूसरे ट्रेन की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हुआ पैर
- चिकित्सकों ने कहा-मिली जीवन भर की अपंगता

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : ट्रेन की गेट पर बैठकर सफर करना एक रेल यात्री को महंगा पड़ गया. दुर्घटना में उसकी जान पर बन आई है. उसका पैर शरीर से अलग हो गया और अब चिकित्सक बता रहे हैं कि वह कभी भी दोनों पैरों से चल नहीं सकेगा. बक्सर सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी के ट्रामा सेंटर में भेज दिया गया. जहां फिलहाल वह जीवन मौत से जूझ रहा है.

घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक आनंद विहार टर्मिनल से जनसाधारण एक्सप्रेस में सवार होकर पटना जा रहे हैं झारखंड के गिरिडीह निवासी मुकेश मरांडी ट्रेन की गेट पर बैठकर सफर कर रहे थे उनकी ट्रेन बक्सर से आगे बढ़ने के बाद जैसे ही वरुणा रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ी सामने से रेल लाइन पर आ रही पंजाब मेल के तेजी से गुजरने के कारण हवा के झोंके की वजह से वह रेलवे ट्रैक पर गिर गए इस दुर्घटना में उनका दाहिना पैर बुरी तरह जख्मी हो गया बाद में सहयात्रियों के द्वारा जीआरपी को सूचना दी गई और मौके पर पहुंची जीआरपी की टीम ने उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया.

जीआरपी थाना अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव ने कहा कि रेल यात्रियों को सदैव यह नसीहत दी जाती है कि वह सुरक्षित यात्रा करें ट्रेन के गेट पर कभी ना बैठे लेकिन यात्री अपनी जान की परवाह किए ट्रेन के गेट पर बैठकर यात्रा करते हैं जिसका नतीजा आज सामने है.









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