जनता को गुमराह कर रहे हैं अश्विनी चौबे, किसी और काम के लिए दे दी है श्रीराम की जमीन : विधायक

कांग्रेस के विधायक ने बीजेपी के सांसद को उस गजट कीयाद दिलाई है. जिस जमीन पर भगवान राम की प्रतिमा लगाने की बात कही जा रही है.उसे वह पहले ही शहरी आवास विहीन गरीबों के आशियाने के रूप में बहुमंजिली इमारत बनाने के लिए नगर परिषद को दिशा की बैठक में दे चुके हैं. ऐसे में सन्त की भविष्यवाणी को विपक्ष सही ठहरा रहा है.

 





- सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कही बात
- कहा - प्रतिमा स्थापना की बात केवल चुनावी जुमला


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  2024 के लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने रह गए हैं. सत्ताधारी दल से लेकर  विपक्ष के नेता जनता को गोलबंद कर अपनी जीत सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं.भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा सीट को लेकर अपना ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से 31 लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के नेता अकेले चुनाव लड़ेंगे. जबकि 9 सीट गठबंधन के सहयोगी दलों को दिया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अपने सांसदों को अपने अपने इलाके में जमीन पर काम करने का निर्देश देकर उन्हें चुनावी तैयारी में लग जाने का निर्देश दिया है. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के तमाम सांसद अपने-अपने इलाके में पहुंचकर लगातार कई कार्यक्रमों को कर रहे हैं. लोक-लुभावन वादे कर रहे है. इस कड़ी में 20 अगस्त को अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर पहुंचे अश्विनी कुमार चौबे ने सांसद रोजगार मेले का आयोजन करवाया. देर शाम विश्व की सबसे ऊंची भगवान श्री राम की प्रतिमा का मॉडल डिस्प्ले कराया गया और चुनाव से पहले रामरेखा घाट पर प्रतिमा लगाने की बात कही गई, इसी बीच देर रात श्री राम जानकी विवाह महोत्सव आश्रम के सह राम जानकी मठ के मंहत संत राजाराम दास जी महाराज ने भविष्यवाणी करते हुए बताया कि बक्सर में श्री राम की प्रतिमा नहीं लगेंगे. सांसद केवल जुमला पढ़ रहे हैं. संत की इस भविष्यवाणी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है. अब  कांग्रेस के विधायक ने बीजेपी के सांसद को उस गजट की याद दिलाई है. जिस जमीन पर भगवान राम की प्रतिमा लगाने की बात कही जा रही है.उसे वह पहले ही शहरी आवास विहीन गरीबों के आशियाने के रूप में बहुमंजिली इमारत बनाने के लिए नगर परिषद को दिशा की बैठक में दे चुके हैं. ऐसे में सन्त की भविष्यवाणी को विपक्ष सही ठहरा रहा है.

रामरेखा घाट के जिस भूखंड पर भगवान राम की 1008 फ़ीट की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाने की बात कह रहे है. उसे दिशा की बैठक में सांसद ने गरीबो के लिए बहुमंजिली इमारत बनाने की स्वीकृति दी है. जो गजट में है. ऐसे में विधायक का कहना है कि यह केवल एक चुनावी जुमला है. 

कांग्रेस विधायक ने दिखाया दस्तावेज

रामरेखा घाट के जिस भूखंड पर भगवान राम की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाने की बात बीजेपी सांसद कह रहे है. उस भूखंड की दस्तावेज दिखाते हुए, काग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि, बक्सर में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बने तो यह हम सब के लिए गौरव की बात है. लेकिन यह मात्र जुमला है क्योंकि जिस जगह पर सांसद के द्वारा प्रतिमा लगाने की बात कही जा रही है
 उसे दिशा की बैठक में नगर परिषद को बहुमंजिला इमारत बनाने के लिए चौबे जी ने ही स्वीकृति दे दी है. अब तो जिला प्रशासन के अधिकारी ही वहां राम के प्रतिमान नहीं लगने देंगे.
क्योकि यह गजट में है. इसलिए केवल यह घोषणा चुनावी जुमला है.

स्वामी रामभद्राचार्य ने मंच से की थी प्रतिमा स्थापना की घोषणा :

गौरतलब है कि नवंबर 2022 में अहिल्या का उद्धार स्थली अहिरौली में संत समागम का आयोजन किया गया था. उस संत समागम में पहुंचे संत रामभद्राचार्य  के द्वारा मंच से यह घोषणा की गई थी कि भगवान श्रीराम का विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बक्सर में स्थापित होगी, जिसको लेकर कई बार बैठकें हुई. हालांकि, प्रतिमा स्थापना पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं नहीं सवाल खड़ा कर दिया था कि इसके लिए जमीन कहां से आएगी?







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