संसद भ्रमण को जाएंगे जिले के बच्चे ..

बच्चे सड़क सुरक्षा, बक्सर के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विषयों पर चित्रकारी और निबंध प्रतियोगिता में शामिल हुए. इस प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को अभिभावकों के साथ आगामी संसद सत्र में संसद भवन का भ्रमण कराया जाएगा. 

 





- सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में बक्सर लोकसभा के सभी विधानसभा क्षेत्रों से 600 से अधिक स्कूली बच्चों ने लिया भाग 
- सड़क सुरक्षा एवं बक्सर के सांस्कृतिक ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व पर चित्रकारी एवं निबंध प्रतियोगिता में हुए शामिल

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सामाजिक कर्तव्यों के प्रति संवेदनशीलता देखकर अच्छा लगता है. यह कहना है केंद्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे का. वह रविवार को आयोजित सांसद संस्कृतिक महोत्सव के दौरान बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ कुछ समय बिताने का मौका मिला. बच्चों में अपनी संस्कृति के प्रति जागरूकता एवं जानकारी के लिए मेरी पहल पर सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया था. इसमें बढ़-चढ़कर स्कूली बच्चों ने भाग लिया. बच्चे सड़क सुरक्षा, बक्सर के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विषयों पर चित्रकारी और निबंध प्रतियोगिता में शामिल हुए. इस प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को अभिभावकों के साथ आगामी संसद सत्र में संसद भवन का भ्रमण कराया जाएगा. अब से नियमित अंतराल पर सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.

दरअसल, केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की पहल पर बक्सर के एमपी हाई स्कूल में स्कूली बच्चों में अपनी सभ्यता संस्कृति और अपने जिले के आध्यात्मिक सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व के लिए  सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया. इसमें बक्सर लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों से 602 स्कूली बच्चों ने भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे उपस्थित रहे.  


केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने बच्चों के साथ संवाद किया. उनकी पढ़ाई के साथ अन्य रुचियों के बारे में जानकारी ली. इस दौरान बच्चों का उत्साह देखते बन रहा था. केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि बक्सर अध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है. इसके बारे में वेद पुराणों से लेकर इतिहास के किताबों में सभी पढ़ते हैं. बच्चों में अपनी संस्कृति के प्रति लगाव हो तथा वे अपनी ऐतिहासिक स्थानों को जान समझ सके, इस ध्येय से इसका आयोजन किया गया था. उन्होंने सभी से मेरी माटी मेरा देश एवं हर घर तिरंगा अभियान में भाग लेने की अपील की.











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