वीडियो : सांसद रोजगार मेले में शामिल कंपनी पर सदर विधायक ने लगाया मानव तस्करी का आरोप, कहा - दर्ज कराऊंगा प्राथमिकी ..

कांग्रेस और भाकपा माले के नेताओ ने बीजेपी सांसद पर जोरदार हमला बोलते हुए इसे चुनावी स्टंट बताया सदर विधानसभा से कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने तो कंपनी को मानव तस्कर बताते हुए प्राथमिकी दर्ज करने तक की बात कह दी.

 






- जिला मुख्यालय के एमपी उच्च विद्यालय में आयोजित हुआ था सांसद रोजगार मेला
- तकरीबन 300 बेरोजगारों को रोजगार देने का हो रहा दावा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिला मुख्यालय स्थित एमपी हाई स्कूल में केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की पहल पर आयोजित सांसद रोजगार मेले को लेकर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस और भाकपा माले के नेताओ ने बीजेपी सांसद पर जोरदार हमला बोलते हुए इसे चुनावी स्टंट बताया सदर विधानसभा से कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने तो कंपनी को मानव तस्कर बताते हुए प्राथमिकी दर्ज करने तक की बात कह दी. उन्होंने कहा कि यदि कंपनी वाले युवाओं की किडनी निकाल कर बेच दें तो इसकी गारंटी कौन लेगा?


इस सांसद रोजगार मेले में एक मात्र क्वेस कम्पनी ने शिरकत की थी. यह कम्पनी मैन पावर को हायर कर देश के अलग अलग कम्पनियो में सप्लाई करती है. जिसके बदले में उन्हें उन कम्पनियों के द्वारा पैसे की भुगतान होता है. क्वेस के कर्मी शैलेन्द्र प्रताप ने बताया कि हमलोग देश के अलग अलग कोने से लोगो को हायर कर उनके योग्यता के अनुसार उन्हें अलग अलग कम्पनियों में सप्लाई करते है. लोकल में  मैन पावर सप्लाई करने वाला जिस तरह ठेकेदार काम करता है. वही काम हम बड़े लेबल पर करते है, जिसके बदले में कम्पनी हमारी कम्पनी को पैसा देती है.

क्वेस कम्पनी के कर्मचारी के इस बयान के बाद महागठबन्धन के नेताओं ने बीजेपी पर हमला तेज कर दिया है. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री संतोष निराला ने इसे चुनावी स्टंट तो, कांग्रेस विधायक मुना तिवारी ने मानव तस्करी कराने का इस कम्पनी पर आरोप लगाते हुए, उस कम्पनी पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है.

क्या कहते है महागठबन्धन के नेता :

सांसद रोजगार मेंले में आये हुए नौजवानों को रोजगार देने का बीजेपी सांसद अश्विनी कुमार चौबे के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी ने केंद्रीय मंत्री से सवाल पूछते हुए कहा की स्किल इंडिया के तहत जिन बच्चों को हुनरमंद बनाया गया है, उसमे से कितने बच्चों को उस रोजगार मेले में रोजगार मिला है? या फिर वह कौन से नौजवान हैं जिनको एक एनजीओ रूपी कम्पनी के हवाले कर दिया गया? विधायक ने बड़ा आरोप लगाते हुए पूछा कि देश में मानव तस्करी का खेल बहुत पुराना है. और हम सब इस बात को जानते हैं कही इन बच्चों के साथ कोई अनहोनी हो गई तो इसका जिम्मेवार कौन होगा? इस एनजीओ रूपी कम्पनी के कार्यकलाप की पड़ताल कर जल्द ही इस कंपनी पर एफआइआर दर्ज कराऊंगा.

उधर, डुमरांव से माले विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि यह केवल चुनावी स्टंट है. चुनाव खत्म होने के साथ ही सभी बच्चों को पुनः वापस बुला लिया  जाएगा. नौ वर्षो में जब देश के नौजवानों को रोजगार नही दिया गया तो 5 महीने बाद होने वाले चुनाव से पहले कौन सा रोजगार दे दिया जाएगा? यह केवल जुमला है.

वीडियो : 








Post a Comment

0 Comments